इकाई कर लगाने से एक फर्म का पूर्ति वक्र किस प्रकार प्रभावित करता है ?
जब किसी वस्तु पर इकाई कर लगता है, तो उस वस्तु की इकाई (औसत) व सीमांत लागत में वृद्धि होती हैं। परिणाम-स्वरूप वस्तु की पूर्ति कम हो जाती है और पूर्ति वक्र बाई ओर खिसक जाता है। जैसा की संलग्न रेखाचित्र में दर्शाया गया है। आरम्भ में OP कीमत पर उत्पादक PE मात्रा की पूर्ति करने को तैयार था। इकाई कर के लगने से वह प्रचलित कीमत पर केवल PE1 मात्रा की पूर्ति ही करता है। पूर्ति वक्र अब SS से पीछे को खिसककर S1S1 बन जाता है।