ढोलक की थाप मृत-गाँव में संजीवनी शक्ति भरती रहती थी- कला से जीवन के संबंध को ध्यान में रखते हुए चर्चा कीजिए।
ढोलक संगीत कला का अनिवार्य वाद्ययंत्र है। इसकी थाप हमारे मन में उत्साह का संचार कर देती है। कला के साथ जीवन का गहरा संबंध है। कला के दो रूप हैं- Plastic Art और Performing Art। पहले रूप में चित्रकला, वास्तुकला आदि आती हैं तो दूसरे रूप में संगीत, नृत्य, अभिनय आदि हैं। इन सभी का हमारे जीवन में विशेष महत्व है। कला विहीन मनुष्य पशु के समान होता है।