Question
कवि स्वयं को किस दशा में पाता है?
Solution
कवि स्वयं को प्रेम की दशा में पाता है। वह वियोगावस्था में है।
कवि स्वयं को किस दशा में पाता है?
कवि स्वयं को प्रेम की दशा में पाता है। वह वियोगावस्था में है।
चीनी के खिलौने जगमगाते लावे
वो रूपवती मुखड़े पॅ इक नर्म दमक
बच्चे के घरौंदे में जलाती है दिए
दीपावली पर लोग क्या करते हैं?
दीपावली पर बच्चे माँ से क्या फरमाइश करते हैं?
माँ के चेहरे पर मुस्कराहट क्यों आ जाती है?
माँ बच्चे की फरमाइश को कैसे पूरी करती है?
बालक तो हई चाँद पॅ ललचाया है
दर्पण उसे दे के कह रही है माँ
देख आईने में चाँद उतर आया है।
आँगन में कौन ठुमक रहा है?
बालक का जी किस पर ललचाया है?
माँ उसकी इच्छा किस प्रकार पूरी करती है?
क्या वास्तव में चन्द्रमा दर्पण में उतर आया था?
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