शब्द रूपी अंकुर फूटने से कवि का क्या आशय है?
जिस प्रकार खेत में बीज से अंकुर फूटते हैं, उसी प्रकार विचार रूपी बीज से कुछ समय बाद शब्द के अंकुर फूट पड़ते हैं। इससे कविता की रचना प्रक्रिया शुरू हो जाती है। यह कविता की पहली सीढ़ी है। इसके बाद संपूर्ण कविता रची जाती है।