क्या अक्क महादेवी को ‘कन्नड़ की मीरा’ कहा जा सकता है? चर्चा करें।
हाँ, अक्क महादेवी को ‘कन्नड़ की मीरा’ कहा जा सकता है, क्योंकि दोनों में पर्याप्त समानता है। दोनों ईश्वर- भक्ति में सर्वस्व त्याग पर बल देती हैं और अपने जीवन में इसका पालन करती हैं। महादेवी ने तो वस्त्र तक उतार फेंके, दोनों कवयित्री विवाह के बंधन में देर तक बँधकर न रह सकीं। हाँ, अंतर यह है कि मीरा की भक्ति कृष्ण के प्रति थी और अक्क महादेवी की भक्ति शिव के प्रति है। दोनों में पूर्ण समर्पण भाव है।