Question
निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिये:
छाया मत छूना
मन, होगा दु:ख दूना।
जीबन में हैं सुरंग सुधियाँ सुहावनी
छवियों की चित्र-गंध फैली मनभावनी:
तन-सुगंध शेष रही, बीत गई यामिनी,
कुंतल के फूलों की याद बनी चाँदनी।
भूली-सी एक छुअन बनता हर जीवित क्षण
भाव स्पष्ट कीजिए।
Solution
कवि ने सुख की घड़ियों में मन पर प्राप्त आनंद के भावों का प्रभाव प्रस्तुत किया है। उनका मानना है कि सुख के भावों को दुःख की घड़ियों में याद करने से दुःख बढ़ता है; घटता नहीं।