Question
निम्नलिखित काव्यांशों को पढ़कर उसका भाव पक्ष लिखिए
यहीं इस गली में बनती है
मुल्क की मशहूर अगरबत्तियाँ
इन्हीं गंदे मुहल्लों के गंदे लोग
बनाते हैं केवड़ा गुलाब खस और रातरानी
अगरबत्तियाँ
दुनिया की सारी गंदगी बीच
दुनिया की सारी खुशबू
रचते रहते हैं हाथ
खुशबू रचते हैं हाथ
खुशबू रचते हैं हाथ।
Solution
भाव पक्ष- कवि कहता है कि देश की प्रसिद्ध अगरबत्तियाँ इस गंदी. तंग, बदबूदार गली में बनती है। इन्हीं गंदे मुहल्लों में रहने वाले गंदे लोग सुगंधित केवड़ा, गुलाब, पोस्ता और रात-रानी की सुगंध वाली महकती अगरबत्तियाँ बनाते हैं। यद्यपि वे खुद दुनिया भर की गंदगी के बीचोंबीच रहते हैं और जीते हैं किन्तु अपने हाथों से दुनिया को महकाने वाली खुशबूदार अगरबत्तियाँ बनते हैं। इस प्रकार वे स्वयं गंदे रहकर भी खुशबू बाँटते हैं। ये ही श्रमिक खुशबू पैदा करते हैं। खुशबूदार अगरबत्तियाँ बनाते हैं और सुगंध बिखेरते हैं।