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नये इलाके में - अरुण कमल

Question
CBSEENHN9001064

निम्नलिखित काव्यांशों को पढ़कर उसका शिल्प सौन्दर्य लिखिए:
इन नए बसते इलाकों में
जहाँ रोज़ बन रहे हैं नए-नए मकान
मैं अक्सर रास्ता भूल जाता हूँ
धोखा दे जाते हैं पुराने निशान
खोजता हूँ ताकता पीपल का पेड़
खोजता हूँ ढहा हुआ घर
और ज़मीन का खाली टुकड़ा जहाँ से बाएँ
मुड़ना था मुझे
फिर दो मकान बाद बिना रंगवाले लोहे के फाटक का
घर था इकमंज़िला 
और मैं हर बार एक घर पीछे
या दो घर आगे ठकमकता।



Solution

शिल्प सौन्दर्य
1. कवि के अनुसार पल-पल बनती-बिगड़ती दुनिया में स्मृतियों के भरोसे नहीं जिया जा सकता।
2. खड़ी बोली का प्रयोग हुआ है।
3. भाषा स्वाभाविक व रोचक है।
4. चित्रात्मक व वर्णनात्मक शैली का प्रयोग हुआ है।
5. कहीं-कहीं भावात्मक शैली का प्रयोग हुआ है।
6. आम-बोलचाल की भाषा का प्रभाव दिखाई देता है।
7. (i) ‘नए-नए’ में पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार है।
(ii) ‘पुराने-निशान’ में अनुप्रास अलंकार है।

Some More Questions From नये इलाके में - अरुण कमल Chapter

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिये:
कवि ने इस कविता में 'समय की कमी' की ओर क्यों इशारा किया है?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिये:
इस कविता में कवि ने शहरों की किस बिडंबना की ओर संकेत किया है।

व्याख्या कीजिए-
हाँ स्मृति का भरोसा नहीं
एक ही दिन में पुरानी पड़ जाती है दुनिया।
 

व्याख्या कीजिए-
समय बहुत कम है तुम्हारे पास
आ चला पानी ढहा आ रहा अकास
शायद पुकार ले कोई पहचाना ऊपर से देखकर

पाठ में हिन्दी महीनों के कुछ नाम आए हैं। आप सभी हिन्दी महीनों के नाम क्रम से लिखिए।

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
‘खुशबू रचनेवाले हाथ’ कैसी परिस्थितियों में तथा कहाँ-कहाँ रहते हैं?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
‘खुशबू रचनेवाले हाथ’ कैसी परिस्थितियों में तथा कहाँ-कहाँ रहते हैं?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
कविता में कितने तरह के हाथों की चर्चा हुई है?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
कवि ने यह क्यों कहा है कि ‘खुशबू रचते हैं हाथ’?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
जहाँ अगरबत्तियाँ बनती हैं, वहाँ का माहौल कैसा होता है?