Question
निम्नलिखित पद्याशं को पढ़कर पूछे गए प्रशनों के उत्तर दीजिये
बहुत रोकता था सुखिया को,
‘न जा खेलने को बाहर’,
नहीं खेलना रुकता उसका
नहीं ठहरती वह पल-भर।
मेरा हृदय काँप उठता था
बाहर गई निहार उसे;
यही मनाता था कि बचा लूँ
किसी भाँति इस बार उसे।
रोकने वाले का हृदय क्यों काँप उठता था?
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बीमार न पड़ जाए
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कही बेटी महामारी का शिकार न हो जाए
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लोगों की नजर न लग जाए
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कहीं बेटी का अहित न हो जाए
Solution
B.
कही बेटी महामारी का शिकार न हो जाए