जलचक्र के विषय में जानकारी प्राप्त कीजिए और पानी की कहानी से तुलना करके देखिए कि लेखक ने पानी की कहानी में कौन-कौन सी बातें विस्तार से बताई हैं।
जलचक्र का चित्र-
जलचक्र के चित्र से यह स्पष्ट होता है कि जल भाप बनकर बादल का रूप धारण करता है और बादल बरसकर फिर पानी के रूप में बदल जाते हैं।
इस पाठ में लेखक रामचंद्र तिवारी जी ने पानी का सूर्य के ताप में भाप बनकर बादल रूप में बदलने का वर्णन आंशिक अर्थात् बहुत कम किया है जबकि पानी के बनने, धरती के ऊपर व नीचे, सागर, सरिता व पड़ो तथा चट्टानों में बूँदों के रूप में पानी का विस्तार से वर्णन किया है।