सूर के पद

Question
CBSEENHN8001049

निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
मैया, कबहिं बढैगी चोटी?
किती बार मोहिं दूध पियत भई, यह अजहूँ है छोटी।
तू जो कहति बल की बेनी ज्यौं, है है लाँबी-मोटी।
काढत-गुहत न्हवावत जैहै, नागिनी सी भुइँ लोटी।
काँचौ दूध पियावत पचि-पचि, देति न माखन-रोटी।
सूरज चिरजीवौ दोउ भैया, हरि-हलधर की जोटी।

कृष्ण माँ यशोदा से चोटी के बारे में क्या कहते हैं?
  • तुम कहती हो कि मेरी चोटी बलराम की तरह बड़ी हो जाएगी पर यह तो छोटी ही है।
  • तुम कहती हो कि यह लंबी और मोटी होकर नागिन की तरह जमीन पर लोटेगी पर यह तो बढ़ती नहीं।
  • इसे बढ़ाने के लिए तुम कच्चा दूध पिलाती हो लेकिन फिर भी छोटी है।
  • दिए गए सभी।

Solution

D.

दिए गए सभी।

Some More Questions From सूर के पद Chapter

श्रीकृष्ण गोपियों का माखन चुरा-चुराकर खाते थे इसलिए उन्हें माखन चुरानेवाला भी कहा गया है। इसके लिए एक शब्द दिजिए।

श्रीकृष्ण के लिए पाँच पर्यायवाची शब्द लिखिए।

कुछ शब्द परस्पर मिलते-जुलते अर्थवाले होते हैं, उन्हें पर्यायवाची कहते हैं। और कुछ विपरीत अर्थवाले भी। समानार्थी शब्द पर्यायवाची कहे जाते हैं और विपरीतार्थक शब्द विलोम, जैसे-
पर्यायवाची -      चंद्रमा-शशि, इंदु, राका
                    मधुकर-भ्रमर, भौंरा, मधुप
                   सूर्य-रवि, भानु, दिनकर

विपरीतार्थक - दिन-रात
                श्वेत-श्याम
                शीत-उष्ण
पाठों से दोनों प्रकार के शब्दों को खोजकर लिखिए।

चोटी बढ़ने की बात कौन किससे कर रहा है?

माँ ने चोटी बढ़ने का क्या प्रलोभन दिया?

कृष्ण कैसी चोटी चाहते हैं?

गोरस से आप क्या समझते हैं?

गोपी ने यशोदा को यह उलाहना क्यों दिया कि क्या तूने अनोखा पुत्र पैदा किया है?

आपके अनुसार श्रीकृष्ण बाल सखाओं के साथ दोपहर को ही माखन चोरी क्यों करते हैं?

श्रीकृष्ण किस लोभ में दूध पीने को तैयार होते हैं?