जहाँ पहिया है

Question
CBSEENHN8000906

“1992 मे अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के बाद अब यह ज़िला कभी भी पहले जैसा नहीं हो सकता।” इस कथन का अभिप्राय स्पष्ट कीजिए।

Solution
“1992 मे अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के बाद अब यह ज़िला कभी भी पहले जैसा नहीं हो सकता।” - इस कथन का अभिप्राय यह है कि इस दिन के बाद महिलाओं में जागृति आ गई। उन्होंने रूढ़िवादिता व बधनों में जकड़ा हुआ जीवन जीना छोड़ दिया। वे अपने आत्मसम्मान के प्रति जागरूक हो उठीं। इस हेतु उन्होंने तरीका अपनाया साइकिल चलाने का। साइकिल चलाने से उनके जीवन में आत्मनिर्भरता व गतिशीलता आ गई। अब वे पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहतीं। निरंतर उन्नति की ओर अग्रसर होना ही उनका उद्देश्य है।

Some More Questions From जहाँ पहिया है Chapter

अपने मन से इस पाठ का कोई दूसरा शीर्षक सुझाइए। अपने दिए हए शीर्षक के पक्ष में पक्ष में तर्क दीजिए

'लोगों के लिए यह समझना बड़ा कठिन है कि ग्रामीण औरतों के लिए यह कितनी बड़ी चीज़ है। उनके लिए तो यह हवाई जहाज़ उड़ाने जैसी बड़ी उपलब्धि है।”
साइकिल चलाना ग्रामीण महिलाओं के लिए इतना महत्वपूर्ण क्यों है? समूह बनाकर चर्चा कीजिए।

“पुड़ुकाट्टई पहुँचने से पहले मैंने इस विनम्र सवारी क बारे में इस तरह सोचा ही नहीं था।” साइकिल को विनम्र सवारी क्यों कहा गया है?

फातिमा ने कहा, '..मैं किराए पर साइकिल लेती हूँ ताकि मैं आज़ादी और खुशहाली का अनुभव कर सकूँ।”
साइकिल चलाने से फातिमा और पुडुकोट्टई की महिलाओं को ‘आज़ादी’ का अनुभव क्यों होता होगा?

पुडुकोट्टई में कोई महिला अगर चुनाव लड़ती तो अपना पार्टी-चिन्ह क्या बनाती और क्यों?

अगर दुनिया के सभी पहिए हड़ताल कर दें तो क्या होगा?

“1992 मे अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के बाद अब यह ज़िला कभी भी पहले जैसा नहीं हो सकता।” इस कथन का अभिप्राय स्पष्ट कीजिए।

मान लीजिए आप एक संवाददाता हैं। आपकी 8 मार्च 1992 के दिन पुडुकोट्टई में हुई घटना का समाचार तैयार करना है। पाठ में दी गई सूचनाओंं और अपनी कल्पना के आधार पर एक समाचार तैयार कीजिए।

इस पाठ के अंत में दी गयी ‘पिता के बाद’ कविता पढ़िए। क्या कविता में और फातिमा की बात में कोई संबंध हो सकता है? अपने विचार लिखिए।

उपसर्गों और प्रत्ययों के बारे में आप जान चुके हैं। इस पाठ में आए उपसर्गयुक्त शब्दों को छाँटिए। उनके मूल शब्द भी लिखिए। आपकी सहायता के लिए इस पाठ में प्रयुक्त कुछ ‘उपसर्ग’ और ‘प्रत्यय’ इस प्रकार हैं-अभि, प्र, परि, वि (उपसर्ग), इक वाला, ता, ना।