दीवानों की हस्ती

Question
CBSEENHN8000579

‘दीवानों’ का संसार के लोगों से कैसा संबंध है?
  • उन्हें संसार की कोई परवाह नहीं।
  • वे केवल अपने प्रति से संबंध रखते हैं।
  • वे सभी को समान मानते हैं। सबको अपनी कुछ यादें देते हैं और उनकी भावनाएं लेकर आगे बढ़ते हैं।
  • संसार के लोगों में वे खुश नही रहते।

Solution

C.

वे सभी को समान मानते हैं। सबको अपनी कुछ यादें देते हैं और उनकी भावनाएं लेकर आगे बढ़ते हैं।

Some More Questions From दीवानों की हस्ती Chapter

उन्होंने संसार को भिखमंगा क्यों कहा है?

वे हृदय पर असफलता की कैसी निशानी रखते हैं?

इस कविता से हमें क्या संदेश मिलता है?

दीवानों की हस्ती कविता किन्हें आधार बनाकर लिखी गई है?

‘दीवाने’ एक स्थान पर टिक कर क्यों नहीं रहते?

‘दीवानों’ का संसार के लोगों से कैसा संबंध है?

वीरों ने संसार के लोगों को भीखमंगा क्यों कहा है?

वीरों के हृदय पर असफलता की कैसी निशानी है?

निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
हम दीवानों की क्या हस्ती,
हैं आज यहाँ, कल वहाँ चलें,
मस्ती का आलम साथ चला,
हम धूल उड़ाते जहाँ चले।
आए बनकर उल्लास अभी,
आँसू बनकर बह चल अभी,
सब कहते ही रह गए. अरे,
तुम कैसे आए, कहाँ चले?

दीवाने शब्द किनके लिए प्रयुक्त किया गया है?

निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
हम दीवानों की क्या हस्ती,
हैं आज यहाँ, कल वहाँ चलें,
मस्ती का आलम साथ चला,
हम धूल उड़ाते जहाँ चले।
आए बनकर उल्लास अभी,
आँसू बनकर बह चल अभी,
सब कहते ही रह गए. अरे,
तुम कैसे आए, कहाँ चले?

वे टिककर एक स्थान पर क्यों नहीं बैठते?