हमारे अतीत भाग 2 Chapter 10 दृश्य कलाओं की बदलती दुनिया
  • Sponsor Area

    NCERT Solution For Class 8 सामाजिक विज्ञान हमारे अतीत भाग 2

    दृश्य कलाओं की बदलती दुनिया Here is the CBSE सामाजिक विज्ञान Chapter 10 for Class 8 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 8 सामाजिक विज्ञान दृश्य कलाओं की बदलती दुनिया Chapter 10 NCERT Solutions for Class 8 सामाजिक विज्ञान दृश्य कलाओं की बदलती दुनिया Chapter 10 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 8 सामाजिक विज्ञान.

    Question 6
    CBSEHHISSH8008220

    ख़र्रा चित्रकार और कुम्हार कलाकार कालीघाट क्यों आए? उन्होंने नए विषयों पर चित्र बनाना क्यों शुरू किया?  

    Solution

    ख़र्रा चित्रकार और कुम्हार कलाकार 19 वी सदी की शुरुआत में ही कालीघाट आ गए थे। क्योंकि उस समय कलकत्ता एक वाणिज्यिक और प्रशासकीय केंद्र के रूप में फैल रहा था। नए-नए औपनिवेशिक कार्यालय खुल रहे थे, नई इमारतों और सड़कों का निर्माण चल रहा था, नए बाज़ार खुल रहे थे। शहर में तरह-तरह के नए मौके पैदा हो रहे थे जहाँ आकर लोग कमा-खा सकते थे।

    ग्रामीण कलाकर भी नए ग्राहकों और नए सरक्षंकों की उम्मीद में शहर में आकर बसने लगे।

    1840 के दशक के बाद कालीघाट कलाकारों में हम एक नया रुझान देखते हैं। जहाँ मूल्य- मान्यताएँ, रुचियाँ, सामाजिक कायदे - कानून और रीती-रिवाज़ इतनी तेज़ी से बदल रहे थे, ऐसे समाज में रहने वाले कालीघाट चित्रकारों ने भी अपने आसपास की दुनिया पर ध्यान दिया और सामाजिक व राजनीतिक विषयों पर चित्र बनाने लगे।

    Question 7
    CBSEHHISSH8008221

    राजा रवि वर्मा के चित्रों को राष्टवादी भावना वाले चित्र कैसे कहा जा सकता है?  

    Solution

    हम राजा रवि वर्मा के चित्रों को राष्टवादी भावना वाले चित्र इसलिए समझ सकते हैं क्योंकि उन्होंने भारतीय पुराणों के चित्र बनाए थे।
    उन्होंने रामायण और महाभारत के अनगिनत दृश्यों को किरमिच पर उतारा। मुंबई प्रेज़िडेंसी की अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने पौराणिक कहानियों को जिस तरह मंच पर देखा था, उसी से प्रेणा लेकर उन्होंने ये नाटकीय दृश्य बनाए थे।

    Question 8
    CBSEHHISSH8008222

    भारत में ब्रिटिश इतिहास के चित्रों में साम्राज्यवादी विजेताओं के रवैये को किस तरह दर्शया जाता था?  

    Solution

    भारत में ब्रिटिश इतिहास के चित्रों में साम्राज्यवादी विजेताओं के रवैये को निम्न रूप से दर्शया जाता था:
    (1) भारत में अंग्रेज़ों की जीत ब्रिटेन के इतिहास चित्रकारों के लिए एक उपयोगी सामग्री थी। ये चित्रकार मुसाफिरों के ब्यौरों और रेखाचित्रों के आधार पर ब्रिटिश जनता को दिखने के लिए भारत में ब्रिटिश कार्रवाईयों की सुन्दर छवि तैयार करने की कोशिश करते थे।
    (2) कई चित्रों में ब्रिटिश सैनिक विजय के उत्सव को देखा जा सकता है।
    (3) इन चित्रों में सत्ता, विजय तथा ब्रिटिश सर्वोच्चता का उत्सव मनाया जाता था।
    (4) ये चित्र घटनाओं को नाटकीय रूप देते थे तथा ब्रिटिश विजय का यशगान करते थे।
    साम्राज्यवादी ऐतिहासिक चित्रों ने शाही फतह की लोकस्मृतियाँ गढ़ने का प्रयास किया ताकि अंग्रेज़ों को अजय और सर्वशक्तिमान साबित किया जा सके।

    Question 9
    CBSEHHISSH8008223

    आपके अनुसार कुछ कलाकार एक राष्ट्रीय कला शैली क्यों विकसित करना चाहते थे?

    Solution

    कुछ कलाकार एक राष्ट्रीय कला को विकसित करना चाहते थे क्योंकि उन्होंने रवि वर्मा की कला को नकल आधारित और पश्चिमी रंग-ढंग की कहकर खारिज कर दिया और ऐलान किया कि इस तरह कि शैली राष्ट्र के प्राचीन मिथिकों और जनश्रुतियों को चित्रित करने के लिए उपयुक्त नहीं हैं।

    उनका मानना था कि पेंटिंग की असली भारतीय शैली गैर-पश्चिमी कला परंपराओं पर आधारित होना चाहिए और उसे पूर्वी दुनिया के आध्यात्मिक तत्व को पकड़ना चाहिए ।

    Question 10
    CBSEHHISSH8008224

    कुछ कलाकारों ने सस्ती कीमत वाले छपे हुए चित्र क्यों बनाए? इस तरह के चित्रों को देखने से लोगों के मस्तिष्क पर क्या असर पड़ते थे?

    Solution

    कुछ कलाकारों ने सस्ती कीमत वाले छपे हुए चित्र बनाए ताकि गरीब लोग भी उन्हें आसानी से खरीद सके। इस तरह के चित्रों को देखने से लोगों के मस्तिष्क पर रचनात्मक प्रभाव पड़ता था।

    कुछ लोगों को यह कलाशैली भावनात्मक दिखाई देती थी जबकि कुछ का मानना था कि आध्यात्मिकता भारतीय संस्कृति का केंद्रीय पहलू नहीं हो सकती, उनका मानना था कि कलाकारों को प्राचीन ग्रंथो की तस्वीरें बनाने की बजाए असली जीवन को देखना चाहिए और प्राचीन कला रूपों की बजाय जीवित लोक कला एवं जनजातीय डिज़ाइनो से प्रेरणा लेनी चाहिए। जैसे-जैसे यह बहस चलती रही, कला के क्षेत्र में नए आंदोलन उठे और नई-नई कलशैलियाँ आती रहीं।

    Question 11
    CBSEHHISSH8008396

    इस अध्याय में दिए गए किसी एक ऐसे चित्र का अपने शब्दों में वर्णन करें जिसमें दिखाया गया है कि अंग्रेज़ भारतीयों से ज्यादा ताकतवर थे। कलाकार ने यह बात किस तरह दिखाई है?

    Solution

    ऐसी ही एक चित्र, चित्र संख्या 4 है। इस चित्र में गवर्नर जनरल हेस्टिंग्स और उसकी पत्नी का बेलवेडेयर एस्टेट में आदमकद तैल चित्र दर्शाया गया है। इस चित्र को योहान जोफनी द्वारा तैयार किया गया था। इसमें मैं पाता हूँ कि ब्रिटिश भारतीयों से अधिक शक्तिशाली थे। कलाकार ने इसे निम्नलिखित रूप में दर्शाया है -
    (1) इस पेंटिंग का आकार ही उस अंग्रेज़ के महत्व को दर्शाता है जिसनें इस पोर्ट्रेट को कमीशन किया था।
    (2) चित्रकार ने पृष्ठभूमि में शानदार औपनिवेशिक महल को दर्शाया है।
    (3) इस पोट्रैट में औपनिवेशिक भवन में लम्बें - चौड़े लॉन को भी देखा जा सकता है ।
    (4) इसमें अंग्रेज़ों को श्रेष्टतर और मालिकों के अंदाज में दर्शाया गया है। वे अपने कपड़ों का प्रदर्शन कर रहे हैं, शाही अंदाज में खड़े हैं तथा ऐश्वर्य भरा जीवन जीते हैं।
    (5) भारतीय लड़की को दब्बू तथा कमतर हैसियत का दर्शाया गया है। वह अपने गोरे मालिकों की सेवा कर रही है।
    (6) भारतीय लड़की को केंद्र में नहीं दर्शाकर एक धुँधली पृष्ठभूमि में दर्शाया गया है।

    Mock Test Series

    Sponsor Area

    Sponsor Area

    NCERT Book Store

    NCERT Sample Papers

    Entrance Exams Preparation