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अपने आस-पड़ोस में प्रचलित धार्मिक क्रियाकलाप की सूची बनाइएl आप विभिन्न प्रकार की प्रार्थनाओ, विभिन्न देवताओं की पूजा, विभिन्न पवित्र स्थानों, विभिन्न प्रकार के धार्मिक संगीत और गायन आदि को देख सकते है lक्या आप इससे धार्मिक क्रियाकलाप की स्वतंत्रता पता चलता है?
मेरे पड़ोस में विभिन्न धर्मों को मानने वाले लोग रहते है जैसे-हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाईl
हिन्दुओं के धार्मिक क्रियाकलाप-हिन्दू धर्म के लोग विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा करते हैl जेसे विष्णु ,शिव, दुर्गा आदि वे पूजा करने के लिए मंदिर जाते हैl वे भगवन की पूजा आरती, भजन आदि गा कर करते है रामायण श्रीमदभागवद्गीता उनके पवित्र ग्रन्थ हैl
मुसलमानों के धार्मिक क्रियाकलाप- मुसलमान अपने ईश्वर की इबादत करने के लिए मजीद जाते हैl ईद उनका प्रमुख त्योहार हैl उनका प्रमुख तीर्थ स्थान मका-मदीना हैl कुरान उनका पवित्र ग्रन्थ हैl
सिखों के धार्मिक क्रियाकलाप- सिख अपने ईश्वर की आराधना करने के लिए गुरूद्वारे जाते हैl वे गुरु नानक जयंती व गुरु गोविन्द सिंह जयंती बड़ी ही धूमधाम से मानते हैl गुरु ग्रन्थ साहिब उनका प्रमुख ग्रन्थ हैl
ईसाईयों के क्रियाकलाप- ये अपने ईश्वर को पूजने के लिए चर्च जाते हैl वे ईसा मसीहा को अपना ईश्वर मानते हैl बाइबिल इनका प्रमुख ग्रन्थ हैl क्रिसमस इनका प्रमुख त्योहार है जिसे ये बड़ी धूमधाम से मानते हैl
अगर किसी धर्म के लोग यह कहते हैं कि उनका धर्म नवजात शिशुओं को मारने की छूट देता है तो क्या सरकार किसी तरह का दखल देगीं या नहीं? अपने उत्तर के समर्थ में कारण बताइएl
यदि किसी धर्म के लोग यह कहते है कि उनका धर्म उन्हें शिशुहत्या करने की अनुमति देता है तो सरकार निश्चित रूप से दखल करेगीं, क्योंकि-
1. भारतीय संविधान के अनुसार मनुष्य की हत्या कानून के विरुद्ध हैl
2. यह कार्य मानव अधिकारों का हनन हैl
भारत में इसका कठोर रूप से निषेध है यह दंडनीय अपराध हैl
इस तालिका को पूरा कीजिए-
उद्देश्य |
यह मह्त्वपूर्ण क्यों है? |
इस उद्देश्य के उल्लंघन का एक उदाहरण |
एक धार्मिक समुदाय दूसरे समुदाय पर वर्चस्व नहीं रखताl |
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राज्य न तो किसी धर्म को थोपता है और न ही लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता छीनता हैl |
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एक ही धर्म के कुछ लोग अपने ही धर्म के दूसरे लोगो को न दबाएँl |
उद्देश्य |
यह मह्त्वपूर्ण क्यों है? |
इस उद्देश्य के उल्लंघन का एक उदाहरण |
एक धार्मिक समुदाय दूसरे समुदाय पर वर्चस्व नहीं रखताl |
सभी समुदायों के सामान विकास हेतुl |
जम्मू और कश्मीर मुस्लमान हिन्दुओ पर वर्चस्व रकते हैl |
राज्य न तो किसी धर्म को थोपता है और न ही लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता छीनता हैl | अल्पसंख्यकों के प्रति अत्यचार, भेदभाव व जोर ज़बरदस्ती रोकने हेतुl |
श्रीलंका में तमिलों पर सहनगलियो का वर्चस्व हैl |
एक ही धर्म के कुछ लोग अपने ही धर्म के दूसरे लोगो को न दबाएँl |
शांति, सहनशीलता, समन्वय व सौहार्दपूर्ण वातावरण हेतुl | हिन्दुओं में छुआछूत का प्रचलनl |
अपने स्कूल की छुट्टियों के वार्षिक कलैंण्डर को देखिएl उसमे कितनी छुट्टियाँ विभिन्न धर्मो से सम्बंधित है? इससे क्या संकेत मिलता हैं?
हमें हर वर्ष स्कूल में 30 दिन की छुट्टियाँ मिलती हैं इसमें से 25 छुट्टियाँ विभिन्न धर्मों से संबंधित होती हैं l
धार्मिक छुट्टियाँ :
हिंदू धर्म - होली, दशहरा, दीपावली l
मुस्लिम धर्म - ईद-उल-अज़हा, ईद उल-फ़ित्र, मुहर्रम l
सिख धर्म - लोहड़ी, गुरु गोबिंद सिंह जयंती, गुरु पर्व l
ईसाई धर्म - क्रिसमस, गुड फ्राइडे l
यह भारत की धर्मनिरपेक्ष प्रकृति की ओर संकेत करता है l भारतीय संविधान के अनुसार सभी नागरिकों को अपनी इच्छा का धर्म अपनाने का पूरा अधिकार हैं l हमारे देश में सभी धर्मों को सामान माना जाता हैं l
एक ही धर्म के भीतर अलग-अलग दृष्टिकोणों के कुछ उदाहरण देंl
एक ही धर्म के भितर अलग-अलग दृष्टिकोणों के उदाहरण निम्नलिखित है-
(I) हिंदू धर्म में हमारे पास सैकड़ों देवता हैं जो विभिन्न लोगों द्वारा पूजे जाते हैं।हिन्दू धर्म के लोग वैष्णव व शैव में विभाजित हैl
(Ii) मुस्लमान शिया और सुन्नी संप्रदायों में विभाजित हैं।
(Iii) जैन धर्म को मानाने वाले श्वेतांबर और दिगंबर संप्रदायों में विभाजित हैं।
(Iv) बौद्ध धर्म को मानाने वाले हीनयान और महायान संप्रदायों में विभाजित हैं।
भारतीय राज्य धर्म से फ़ासला भी रखता है और उसमें हस्तक्षेप भी करता है। यह उलझाने वाला विचार लग सकता हैl इस पर कक्षा में एक बार फिर से चर्चा कीजिएl चर्चा के लिए इस अध्याय में दिए गए उदाहरणों के आलावा आप अपनी जानकारी के अन्य उदाहरणों का भी सहरा ले सकते हैंl
भारतीय राज्य खुद को धर्म से दूर रखता हैंl भारतीय राज्य की डोर न तो किसी एक धार्मिक समूह के हाथों में हैं और न ही राज्य किसी एक धर्म को समर्थन देता हैंl राज्य के हस्तक्षेप समर्थन के रूप में भी हो सकते हैंl
अस्पृश्यता को खत्म करने के लिए भारतीय संविधान में हिंदू धार्मिक प्रथाओं में हस्तक्षेप किया गयाl धर्म के नाम पर भेदभाव को रोकने के लिए भारतीय सविधान में छुआछूत पर रोक लगाई गईl
साथ में दिया गया यह पोस्टर 'शांति' के महत्व को रेखांखित करता है। इस पोस्टर में कहा गया है कि 'शांति कभी ने खत्म होने वाली प्रक्रिया है.....यह हमारी आपसी भिन्नताओं और साझा हितों को नज़रअंदाज़ करके नहीं चल सकती।' ये वाक्य क्या बताते हैं? अपने शब्दों में लिखिए। धार्मिक सहिंष्णुता से इसका क्या संबंध है?
इस अध्याय में आप ही की उम्र के विद्यार्थियों ने भी धार्मिक सहिंष्णुता पर तीन तस्वीरें बनाई हैं। धार्मिक सहिंष्णुता को ध्यान में रखते हुए अपने साथियों को दिखाने के लिए खुद एक पोस्टर बनाइए।
किसी भी देश को सुचारु रूप से चलाने के लिए शांति कायम रहना अत्यंत आवश्यक है। यह देश के तेज़ी से विकास करने में सहायक सिद्ध होता है। देश के आर्थिक विकास हेतु मानव संसाधन व अन्य संसाधनों को भलीभाँति उपयोग किया जा सकता है।
परन्तु एक देश में विभिन्न धर्मों व समुदायों के लोग रहते हैं जिनके अपने विचार व नज़रिए होते हैं। यह वैचारिक अंतर अधिकतर भेदभाव, वैमनस्यता एवं बेदखली को बढ़ावा देते हैं। धार्मिक विचारों, आपसी भिन्नताओं और साझा हितों को समाज में रहकर नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। इसलिए धार्मिक की आवश्यकता है।
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