स्पर्श भाग २ Chapter 11 डायरी का एक पन्ना
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    NCERT Solution For Class 10 Social%25252bscience स्पर्श भाग २

    डायरी का एक पन्ना Here is the CBSE Social%25252bscience Chapter 11 for Class 10 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 10 Social%25252bscience डायरी का एक पन्ना Chapter 11 NCERT Solutions for Class 10 Social%25252bscience डायरी का एक पन्ना Chapter 11 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 10 Social%25252bscience.

    Question 1
    CBSEENHN10002483

    निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिये-
    कलकत्ता वासियों के लिए 26 जनवरी 1931 का दिन क्यों महत्वपूर्ण था?
     

    Solution

    26 जनवरी 1930 को गुलाम भारत में पहला स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था जिसमे बंगाल वासियों की भूमिका नहीं थी। 26 जनवरी 1931 को उसकी पुनरावृत्ति थी परन्तु इस बार कलकत्ता में इसकी तैयारियाँ जोरो पर थी। इसीलिए कलकत्ता वासियों के लिए यह दिन महत्वपूर्ण था।

    Question 2
    CBSEENHN10002484

    निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिये-
    सुभाष बाबू के जुलूस का भार किस पर था? 

    Solution

    सुभाष बाबू के जुलूस का भार पूर्णोदास पर था किन्तु पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।

    Question 3
    CBSEENHN10002485

    निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिये-
    विद्यार्थी संघ के मंत्री अविनाश बाबू का झंडा गाड़ने पर क्या प्रतिक्रिया हुई?

    Solution

    बंगाल प्रांतीय विद्यार्थी संघ के मंत्री अविनाश बाबू के झंडा गाड़ने पर पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और लोगों पर लाठियाँ चलाई और उनके साथ आए लोगों को मार-पीटकर उस जगह से हटा दिया गया। 

    Question 4
    CBSEENHN10002486

    निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिये-
    लोग अपने-अपने मकानों व सार्वजनिक स्थलों पर राष्ट्रीय झंडा फहराकर किस बात का संकेत देना चाहते थे?

    Solution

    लोग अपने-अपने मकानों व सार्वजनिक स्थलों पर राष्ट्रीय झंडा फहराकर अपनी देशभक्ति का प्रमाण बताना चाहते थे कि वे अपने को आज़ाद समझ कर आज़ादी मना रहे हैं। उनमें जोश और उत्साह है।

    Question 5
    CBSEENHN10002487

    निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिये-
    पुलिस ने बड़े-बड़े पार्कों और मैदानों को क्यों घेर लिया था?

    Solution

    आज़ादी मनाने के लिए पूरे कलकत्ता शहर में जनसभाओं और झंडारोहण उत्सवों का आयोजन किया गया। पुलिस ने बड़े-बड़े पार्कों तथा मैदानों को लोगों को स्वतंत्रता दिवस मनाने से रोकने के लिए घेर लिया था।

    Question 6
    CBSEENHN10002488

    26 जनवरी 1931 के दिन को अमर बनाने के लिए क्या-क्या तैयारियाँ की गई?

    Solution

    26 जनवरी 1931 के दिन को अमर बनाने के लिए काफी तैयारियाँ की गयी थीं। केवल प्रचार पर दो हजार रूपए खर्च किये गए थे। कार्यकर्ताओं को उनका कार्य घर घर जाकर समझाया गया था। कलकत्ता शहर में जगह-जगह झंडे लगाए गए थे। लोगों ने अपने मकानों को खूब सजाया था, कई स्थानों पर जुलूस निकाले गए तथा झंड़ा फहराया गया था। टोलियाँ बनाकर भीड़ उस स्थान पर जुटने लगी जहाँ सुभाष बाबू का जुलूस पहुँचना था।

    Question 7
    CBSEENHN10002489

    निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) दीजिए-
    'आज जो बात थी वह निराली थी' - किस बात से पता चल रहा था कि आज का दिन अपने आप में निराला है? स्पष्ट कीजिए।

    Solution

    26 जनवरी का दिन इसलिए निराला था क्योंकि स्वतंत्रता दिवस मनाने की प्रथम पुनरावृत्ति थी। इस दिन को निराला बनाने के लिए कलकत्तावासी हर संभव प्रयास कर रहे थे । पुलिस ने सभा करने को गैरकानूनी कहा था किंतु सुभाष बाबू के आह्वान पर पूरे कलकत्ता में अनेक संगठनों के माध्यम से जुलूस व सभाओं की जोशीली तैयारी थी। स्त्रियाँ भी जुलूस में बढ़चढ़कर भाग ले रही थी। पूरा शहर झंडों से सजा था तथा कौंसिल ने मोनुमेंद के नीचे झंडा फहराने और स्वतंत्रता की प्रतिज्ञा पढ़ने का सरकार को खुला चैलेंज दिया हुआ था। पुलिस भरपूर तैयारी के बाद भी कामयाब नहीं हो पाई। निषेधाज्ञा के बावजूद सैकड़ो लोग तीन बजे से ही पार्क में पहुँच रहे थे।

    Question 8
    CBSEENHN10002490

    निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) दीजिए-
    पुलिस कमिश्नर के नोटिस और कौंसिल के नोटिस में क्या अंतर था?

    Solution

    पुलिस कमिश्नर के नोटिस और कौंसिल की नोटिस में यह अंतर था कि जहाँ सरकार अपना भय दिखाकर जनता के ऊपर अपने मनमाने कानूनों को थोप रहीं थीं वहीँ पर आम जनता ऐसे कानूनों का उल्लघंन कर अपनी देशभक्ति का परिचय दे रही थी।

    Question 9
    CBSEENHN10002491

    निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) दीजिए-
    धर्मतल्ले के मोड़ पर आकर जुलूस क्यों टूट गया?

    Solution

    जब सुभाष बाबू को पकड़ लिया गया तो स्त्रियाँ जुलूस बनाकर चलीं परन्तु पुलिस ने लाठी चार्ज से उन्हें रोकना चाहा जिससे कुछ लोग वहीं बैठ गए, कुछ घायल हो गए और कुछ पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिए गए इसलिए जुलूस टूट गया।

    Question 10
    CBSEENHN10002492

    निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) दीजिए-
    डॉ. दासगुप्ता जुलूस में घायल लोगों की देख-रेख तो कर ही रहे थे, उनके फ़ोटो भी उतरवा रहे थे। उन लोगों के फ़ोटो खींचने की क्या वजह हो सकती थी? स्पष्ट कीजिए।

    Solution

    डा. दास गुप्ता लोगों की फ़ोटो खिचवा रहे थे। इससे अंग्रेज़ों के जुल्म का पर्दाफ़ाश किया जा सकता था, दूसरा यह भी पता चल सकता था कि बंगाल में स्वतंत्रता की लड़ाई में बहुत काम हो रहा है।

    Question 11
    CBSEENHN10002493

    निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) दीजिए-
    सुभाष बाबू के जुलूस में स्त्री समाज की क्या भूमिका थी?

    Solution

    सुभाष बाबू के जुलूस में स्त्री समाज की महत्वपूर्ण भुमिका रही थी। भारी पुलिस व्यवस्था के बाद भी जगह-जगह स्त्री जुलूस के लिए टोलियाँ बन गई थीं। जानकी देवी और मदालसा बजाज जैसी स्त्रियों ने जुलूस का सफल नेतृत्व किया। झंडोत्सव में पहुँचकर मोनुमेंट पर भी स्त्रियों ने निडर होकर झंडा फहराया,अपनी गिरफ्तारियाँ करवाई तथा उनपर लाठियाँ बरसाई। इसके बाद भी स्त्रियाँ लाल बाज़ार तक आगे बढ़ती गईं।

    Question 12
    CBSEENHN10002494

    निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) दीजिए-
    जुलूस के लालबाज़ार आने पर लोगों की क्या दशा हुई?

    Solution

    जुलूस के लाल बाज़ार आने पर भीड़ बेकाबू हो गई। पुलिस डंडे बरसा रही थी, लोगों को लॉकअप में भेज रही थी। स्त्रियाँ भी अपनी गिरफ़तारी दे रही थीं। सुभाष बाबू को पकड़कर जेल भेज दिया गया। मदालसा बजाज भी पुलिस द्वारा पकड ली गई। दल के दल नारे लगा रहे थे। लोगों का जोश बढ़ता ही जा रहा था। लाठी चार्ज से लोग घायल हो गए थे। खून बह रहा था। चीख पुकार मची थी फिर भी उत्साह बना हुआ था।

    Question 13
    CBSEENHN10002495

    निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) दीजिए-
    'जब से कानून भंग का काम शुरू हुआ है तब से आज तक इतनी बड़ी सभा ऐसे मैदान में नहीं की गई थी और यह सभा तो कहना चाहिए कि ओपन लड़ाई थी।' यहाँ पर कौन से और किसके द्वारा लागू किए गए कानून को भंग करने की बात कही गई है? क्या कानून भंग करना उचित था? पाठ के संदर्भ में अपने विचार प्रकट कीजिए।

    Solution

    यहाँ पर अंग्रेजी राज्य द्वारा सभा न करने के कानून को भंग करने की बात कही गई है। वात्सव में यह कानून भारतवासियों की स्वाधीनता को दमन करने का कानून था इसलिए इसे भंग करना उचित था। इस समय देश की आज़ादी के लिए हर व्यक्ति अपना सर्वस्व लुटाने को तैयार था। अंग्रेज़ों ने कानून बनाकर आन्दोलन, जुलूसों को गैर कानूनी घोषित किया हुआ था परन्तु लोगों पर इसका कोई असर नहीं था। वे आज़ादी के लिए अपना प्रदर्शन करते रहे, गुलामी की जंजीरों को तोड़ने का प्रयास करते रहे थे।

    Question 14
    CBSEENHN10002496

    निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) दीजिए-
    बहुत से लोग घायल हुए, बहुतों को लॉकअप में रखा गया, बहुत-सी स्त्रियाँ जेल गईं, फिर भी इस दिन को अपूर्व बताया गया है। आपके विचार में यह सब अपूर्व क्यों है? अपने शब्दों में लिखिए।

    Solution

    मेरे अनुसार यह दिन अपूर्व इसलिए था क्योंकि इससे पहले कलकत्ता में इतने बड़े स्तर पर जुलूस नहीं निकाला गया था और न ही इस प्रकार से सरकार को खुली चुनौती दी गई थी। कलकत्ता वासियों ने स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारी ज़ोर-शोर से की थी। पुलिस की सख्ती, लाठी चार्ज, गिरफ़तारियाँ, इन सब के बाद भी लोगों में जोश बना रहा। लोग झंडे फहराते, स्त्रियों का इतनी बड़ी संख्या में भाग लेना और अपनी गिरफ्तारी देना भी इस दिन को अपूर्व बनाता है।

    Question 15
    CBSEENHN10002497

    निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए-
    आज तो जो कुछ हुआ वह अपूर्व हुआ है। बंगाल के नाम या कलकत्ता के नाम पर कलंक था कि यहाँ काम नहीं हो रहा है वह आज बहुत अंश में धुल गया।

    Solution

    इस पंक्ति का आशय यह है कि इस आंदोलन के पहले यह कहा जाता था कि कलकत्तावासी देश के लिए अधिक कार्य नहीं करते हैं और यह बात यहाँ के निवासियों के लिए एक कलंक के समान थी परन्तु 26 जनवरी 1931 के दिन को यादगार और अपूर्व बनाकर कलकत्तावासियों ने इस कलंक को पूरी तरह से धो दिया। हजारों स्त्री पुरूषों ने जुलूस में भाग लिया, आज़ादी की सालगिरह मनाने के लिए बिना किसी डर के प्रदर्शन किया। पुलिस के बनाए कानून कि, जुलूस आदि गैर कानूनी कार्य, आदि की भी परवाह नहीं की। पुलिस की लाठी चार्ज होने पर लोग घायल हो गए। खून बहने लगे परन्तु लोगों में जोश की कोई कमी नहीं थी।

    Question 16
    CBSEENHN10002498

    निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए-
    खुला चैलेंज देकर ऐसी सभा पहले कहीं नहीं की गई थी। 

    Solution

    इस पंक्ति का आशय यह है कि पुलिस कमिश्नर के नोटिस की परवाह न करते हुए कलकत्तावासियों ने अपनी निडरता, साहस, शक्ति और देशभक्ति का अनूठा परिचय दिया था। ऐसा पहली बार हुआ था जब जनता ने सरकार को खुला चैलेंज देकर न केवल सभा आयोजित की बल्कि सरकार को उसकी हद भी दिखा दी। पुलिस ने कोई प्रदर्शन न हो इसके लिए कानून निकाला कि कोई जुलूस आदि आयोजित नहीं होगा परन्तु सुभाष बाबू की अध्यक्षता में कौंसिल ने नोटिस निकाला था कि मोनुमेंट के नीचे झंडा फहराया जाएगा और स्वतंत्रता की प्रतिक्षा पढ़ी जाएगी।

    Question 17
    CBSEENHN10002499

    रचना की दृष्टि से वाक्य तीन प्रकार होते हैं-

    सरल वाक्य- सरल वाक्य में कर्ता, कर्म, पूरक, क्रिया और क्रिया विशेषण घटकों या इनमें से कुछ घटकों का योग होता है। स्वतंत्र रूप से प्रयुक्त होने वाला उपवाक्य ही सरल वाक्य है।
    उदाहरण - लोग टोलियाँ बनाकर मैदान में घूमने लगे।

    संयुक्त वाक्य- जिस वाक्य में दो या दो से अधिक स्वतंत्र या मुख्य उपवाक्य समानाधिकरण योजक से जुड़े हों, वह संयुक्त वाक्य कहलाता है।
    योजक शब्द - और, परंतु, इसलिए आदि।
    उदाहरण - मोनूमेंट के नीचे झंडा फहराया जाएगा और स्वतंत्रता की प्रतिज्ञा पढ़ी जाएगी।

    मिश्र वाक्य- वह वाक्य जिसमें एक प्रधान उपवाक्य हो और एक या अधिक आश्रित उपवाक्य हों, मिश्र वाक्य कहलाता है।
    उदाहरण - जब अविनाश बाबू ने झंडा गाड़ा तब पुलिस ने उनको पकड लिया?
    निम्नलिखित वाक्यों को सरल वाक्यों में बदलिए
    I. (क) दो सौ आदमियों का जुलूस लालबाजार गया और वहाँ पर गिरफ्तार हो गया।
       (ख) मैदान में हज़ारों आदमियों की भीड़ होने लगी और लोग टोलियाँ बना-बनाकर मैदान में घूमने लगे।
      (ग) सुभाष बाबू को पकड़ लिया गया और गाड़ी में बैठाकर लालबाजार लॉकअप में भेज दिया गया।

    II. 'बड़े भाई साहब' पाठ में से भी दो-दो सरल, संयुक्त और मिश्र वाक्य छाँटकर लिखिए।

    Solution

    I. क) दो सौ आदमियों का जुलूस लालबाजार जाकर गिरफ्तार हो गया।
      ख) हज़ारों आदमियों की भीड़ होने पर लोग टोलियाँ बना-बनाकर मैदान में घूमने लगे।
      ग) सुभाष बाबू को पकड़कर गाड़ी में बैठाकर लालबाजार लॉकअप में भेज दिया गया।
     

    II.
    सरल वाक्य − (क) वह स्वभाव से बड़े अध्ययनशील थे।
    (ख) उनकी रचनाओं को समझना छोटे मुँह बड़ी बात है।
    संयुक्त वाक्य−1. उनकी नज़र मेरी ओर उठी और प्राण निकल गए।
                    2. मुद्रा कांतिहीन हो गई थी, मगर बेचारे फेल हो गए।

    मिश्र वाक्य − (क) मैंने बहुत चेष्टा की कि इस पहेली का कोई अर्थ निकालूँ लेकिन असफल रहा।
                  (ख) मैं कह देता कि मुझे अपना अपराध स्वीकार है।

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    Question 18
    CBSEENHN10002500

    निम्नलिखित वाक्य संरचनाओं को ध्यान से पढ़िए और समझिए कि जाना, रहना और चुकना क्रियाओं का प्रयोग किस प्रकार किया गया है।
    (क)  1. कई मकान सजाए गए थे।
           2. कलकत्ते के प्रत्येक भाग में झंडे लगाए गए थे।

    (ख)  1. बड़े बाजार के प्राय : मकानों पर राष्ट्रीय झंडा फहरा रहा था।
           2. कितनी ही लारियाँ शहर में घुमाई जा रही थीं।
           3. पुलिस भी अपनी पूरी ताकत से शहर में गश्त देकर प्रदर्शन कर रही थी।

    (ग) 1. सुभाष बाबू के जुलूस का भार पूर्णोदास पर था, वह प्रबंध कर चुका था।
         2. पुलिस कमिश्नर का नोटिस निकल चुका था।

    Solution

    (क) 1. कई मकान सजाए गए थे।
         2. कलकत्ते के प्रत्येक भाग में झंडे लगाए गए थे।

    (ख) 1. बड़े बाजार के प्राय: मकानों पर राष्ट्रीय झंडा फहरा रहा था।
          2. कितनी ही लारियाँ शहर में घुमाई जा रही थीं।
          3. पुलिस भी अपनी पूरी ताकत से शहर में गश्त देकर प्रदर्शन कर रही थी।

    (ग) 1. सुभाष बाबू के जुलूस का भार पूर्णोदास पर था, वह प्रबंध कर चुका था।
         2. पुलिस कमिश्नर का नोटिस निकल चुका था।

    Question 19
    CBSEENHN10002501

    नीचे दिए गए शब्दों की संरचना पर ध्यान दीजिए -
    विद्या + अर्थी = विद्यार्थी
    'विद्या' शब्द का अंतिम स्वर 'आ' और दूसरे शब्द 'अर्थी' की प्रथम स्वर ध्यनि 'अ' जब मिलते हैं तो वे मिलकर दीर्घ स्वर 'आ' में बदल जाते हैं। यह स्वर संधि है जो संधि का ही एक प्रकार है।

    संधि शब्द का अर्थ है - जोड़ना। जब दो शब्द पास-पास आते हैं तो पहले शब्द की अंतिम ध्वनि बाद में आने वाले शब्द की पहली ध्वनि से मिलकर उसे प्रभावित करती है। ध्वनि परिवर्तन की इस प्रक्रिया को संधि कहते हैं। संधि तीन प्रकार की होती है - स्वर संधि, व्यंजन संधि, विसर्ग संधि। जब संधि युक्त पदों को अलग- अलग किया जाता है तो उसे संधि विच्छेद कहते हैं; जैसे - विद्यालय - विद्या +आलय
    नीचे दिए गए शब्दों की संधि कीजिए -
    1. श्रद्धा + आनंद = ................
    2. प्रति + एक  = ..................
    3. पुरुष + उत्तम= .................
    4. झंडा + उत्सव = .................
    5. पुन: + आवृत्ति =...................
    6. ज्योति: + मय = ....................

    Solution

    1. श्रद्धा + आनंद =श्रद्धानंद
    2. प्रति + एक = प्रत्येक
    3. पुरुष + उत्तम =पुरुषोत्तम
    4. झंडा + उत्सव =झंडोत्सव
    5. पुन: + आवृत्ति =पुनरावृत्ति
    6. ज्योति: + मय =ज्योतिमय

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