क्षितिज भाग १ Chapter 7 मेरे बचपन के दिन
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    NCERT Solution For Class 9 Hindi क्षितिज भाग १

    मेरे बचपन के दिन Here is the CBSE Hindi Chapter 7 for Class 9 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 9 Hindi मेरे बचपन के दिन Chapter 7 NCERT Solutions for Class 9 Hindi मेरे बचपन के दिन Chapter 7 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 9 Hindi.

    Question 1
    CBSEENHN9001300

    'मैं उत्पन्न हुई तो मेरी बड़ी खातिर हुई और मुझे वह सब नहीं सहना पड़ा जो अन्य लड़कियों को सहना पड़ता है।' इस कथन के आलोक में आप यह पता लगाएँ कि -
    उस समय लड़कियों की दशा कैसी थी?

    Solution

    उस समय की लड़कियों की दशा बहुत शोचनीय थी। उस समय का समाज पुरुष प्रधान था। पुरुषों को समाज में ऊँचा दर्जा प्राप्त था। उस समय लड़कियों की स्थिति अत्यंत दयनीय थी। पुरुषों के सामने नारी को अत्यंत हीन दृष्टि से देखा जाता था।प्रायः लड़कियों को जन्म देते ही मार दिया जाता था। उन्हें बोझ समझा जाता था। यदि उनका जन्म हो जाता था तो पूरे घर में मातम छा जाता था। उस समय समाज में बाल-विवाह, दहेज-प्रथा तथा सती-प्रथा जैसी कुरीतियाँ फ़ैली हुई थी। शिक्षा को पाने का अधिकार भी केवल लड़कों को ही था। कुछ उच्च वर्गों की लड़कियाँ ही शिक्षित थी परन्तु उसकी संख्या भी गिनी चुनी थी। ऐसी लड़कियों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था।

    Question 2
    CBSEENHN9001301

    'मैं उत्पन्न हुई तो मेरी बड़ी खातिर हुई और मुझे वह सब नहीं सहना पड़ा जो अन्य लड़कियों को सहना पड़ता है।' इस कथन के आलोक में आप यह पता लगाएँ कि -
    लड़कियों के जन्म के संबंध में आज कैसी परिस्थितियाँ हैं? 

    Solution

    आज लड़कियों के जन्म के संबंध की स्थितिओ में काफी सुधार हुआ हैं। इसका कारण अपने अधिकारों को पाने के लिए नारी की जागरूकता हैं। आज शिक्षा के माध्यम से लोग सजग हो रहें हैं। लड़का-लड़की का भेदभाव धीरे-धीरे कम हो रहा हैं। आज लड़कियों को लड़कों की तरह पढ़ाया-लिखाया भी जाता है। परंतु लड़कियों के साथ भेदभाव पूरी-तरह समाप्त नहीं हुआ है। आज भी समाज में भ्रूण-हत्याएँ हो रही हैं, इसलिए सरकार कड़े कानून बना रहीं है। परंतु आज भी कुछ परिवारों में नारी की स्वतंत्रता पर प्रश्न चिन्ह है।

    Question 3
    CBSEENHN9001302

    लेखिका उर्दू-फ़ारसी क्यों नहीं सीख पाई?

    Solution

    लेखिका की उर्दू-फ़ारसी में बिल्कुल रुचि न होने के कारण वह उससे सीख नही पायीं। इसलिए लेखिका को बचपन में उर्दू पढ़ाने के लिए जब मौलवी रखा गया और वह जब घर में आए तो लेखिका चारपाई के नीचे छिप गई।

    Question 4
    CBSEENHN9001303

    लेखिका ने अपनी माँ के व्यक्तित्व की किन विशेषताओं का उल्लेख किया है?

    Solution

    लेखिका ने अपनी माँ के व्यक्तित्व की निम्नलिखित विशेषताओं का उल्लेख किया है:
    1. उन्हें हिंदी तथा संस्कृत का अच्छा ज्ञान था।
    2. वे धार्मिक स्वभाव की महिला थीं।
    3. वे पूजा-पाठ किया करती थीं तथा ईश्वर में आस्था रखती थीं।
    4. लेखिका की माता अच्छे संस्कार वाली महिला थीं तथा वह लिखा भी करती थीं।

    Question 5
    CBSEENHN9001304

    जवारा के नवाब के साथ अपने पारिवारिक संबंधों को लेखिका ने आज के संदर्भ में स्वप्न जैसे क्यों कहा है? 

    Solution

    पहले हिंदु और मुस्लिम दो सम्प्रदायों में आज के जैसा भेदभाव नहीं था। हिंदु और मुस्लिम दोनों एक ही देश में प्रेम पूर्वक रहते थे। स्वतंत्रता के पश्चात् हिंदु और मुस्लिम संबन्धों में बदलाव आ गया है। उदाहरण स्वरूप - ज्वारा के नवाब के साथ महादेवी वर्मा के पारिवारिक संबंध सगे-संबंधियों से भी अधिक बढ़कर थे। जवारा की बेगम स्वयं को महादेवी की ताई समझती थी तथा उन्होंने ही इनके भाई का नामकरण भी किया। वे हर त्योहार पर उनके साथ घुलमिल जाती थी। बेगम साहिबा के घर में अवधी बोली जाती थी। परन्तु हिंदी और उर्दू भी चलती थी। पहले वातावरण में जितनी निकटता थी, वह अब सपना हो गई है। ऐसे में आत्मीय संबंधों की आज के समय में कल्पना भी नहीं की जा सकती।

    Question 6
    CBSEENHN9001305

    ज़ेबुन्निसा महादेवी वर्मा के लिए बहुत काम करती थी। ज़ेबुन्निसा के स्थान पर यदि आप होतीं / होते तो महादेवी से आपकी क्या अपेक्षा होती?

    Solution

    ज़ेबुन्निसा के स्थान पर मैं यदि महादेवी वर्मा को सहायता करती तो उनसे निम्नलिखित अपेक्षाएँ रखती -
    1. उनकी स्वरचित कविताएँ सुनने की अपेक्षा रखती।
    2. उनसे कविता लिखने का प्रोत्साहन पाना चाहती।
    3. पढ़ाई में सहायता चाहती।
    4. प्रेम और आदर की भी अपेक्षा करती।

    Question 7
    CBSEENHN9001306

    महादेवी वर्मा को काव्य प्रतियोगिता में चाँदी का कटोरा मिला था। अनुमान लगाइए कि आपको इस तरह का कोई पुरस्कार मिला हो और वह देशहित में या किसी आपदा निवारण के काम में देना पड़े तो आप कैसा अनुभव करेंगे / करेंगी?

    Solution

    देश के नागरिक होने के कारण हर व्यक्ति के अपने देश के प्रति कुछ कर्तव्य होते है। अगर मेरे सामने देशहित का प्रश्न आता या किसी विपत्ति को दूर करने का प्रश्न आता तो मैं अपना चाँदी का कटोरा अवश्य दे देता और ऐसा करने में मुझे प्रसन्नता होती। मुझे लगता की में कुछ देश या उसके लोगो के कम आ पाया हूँ। देश प्रेम के आगे किसी भी पुरस्कार का कोई मूल्य नहीं होता है।

    Question 8
    CBSEENHN9001307

    लेखिका ने छात्रावास के जिस बहुभाषी परिवेश की चर्चा की है उसे अपनी मातृभाषा में लिखिए। 

    Solution

    लेखिका 'महादेवी वर्मा' के छात्रावास का परिवेश बहुभाषी था। कोई हिंदी बोलता था तो किसी की भाषा उर्दू थी। यहाँ देश के विभिन्न भागों से छात्राएँ पढ़ने आती थीं। वहाँ कुछ मराठी लड़किया भी थीं, जो आपस में मराठी बोलती थीं। अवध की लड़कियाँ आपस में अवधी बोलती थीं। बुंदेलखंड की लड़कियाँ बुंदेली में बात करती थीं। अलग-अलग प्रांत के होने के बावजूद भी वे आपस में हिंदी में ही बातें करती थीं। छात्रावास में उन्हें हिंदी तथा उर्दू दोनों की शिक्षा दी जाती थी।

    Question 9
    CBSEENHN9001308

    महादेवी जी के इस संस्मरण को पढ़ते हुए आपके मानस-पटल पर भी अपने बचपन की स्मृति उभरकर आई होगी, उसे संस्मरण शैली में लिखिए ।

     

    Solution

    छात्र स्वयं करने का प्रयास करे जैसे:-  
    एक दिन की बात है, मैं और मेरा मित्र पाठशाला से घर लौट रहे थे। हमें सड़क पार करनी थी। मैं आगे था मैंने ठीक से सड़क पार कर ली परंतु तब तक सिगनल हरा हो गया और वाहन तेज़ गति से आगे बढ़ने लगे। मेरे मित्र ने सड़क के दोनों ओर देखा ही नहीं और लापरवाही से सड़क पार करने लगा। कार चालाक ने बड़ा प्रयास किया कि मेरे मित्र को समय रहते सूचित किया जा सके परन्तु ऐसा नहीं हो पाया। कार चालाक ने मेरे मित्र को बचाने के प्रयास में कार को इधर-उधर घुमाने का प्रयास किया। इस प्रयास में उसकी कार हमारे विद्यालय के पास एक पेड़ से जा टकराई। इस टक्कर में कार चालक बुरी तरह घायल हो गया। उसे गंभीर चोटें आईं थीं। संयोग से पास ही अस्पताल होने के कारण कार चालक को चिकित्सा सुविधा समय रहते उपलब्ध करवाई जा सकी और उसकी जान बच गई। इस घटना ने मेरे होश उड़ा दिए। मेरे मित्र को भी बहुत ग्लानि का अनुभव हुआ। उस दिन के बाद मैंने सड़क पार करते हुए कभी लापरवाही नहीं बरती। यह घटना मेरे लिए अविस्मरणीय घटना बन गई।

    Question 10
    CBSEENHN9001309

    महादेवी ने कवि-सम्मेलनों में कविता-पाठ के लिए अपना नाम बुलाए जाने से पहले होने वाली बेचैनी का जिक्र किया है। अपने विद्यालय में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेते समय आपने जो बेचैनी अनुभव की होगी, उस पर डायरी का एक पृष्ठ लिखिए।

    Solution

    छात्र स्वयं करने का प्रयास करे जैसे:-  
    10 oct 2016,
    आज हमारे विद्यालय का वार्षिकोत्सव मनाया गया। इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में मुझे अपने मित्र के साथ नृत्य प्रस्तुत करना था। हमारा नृत्य तीसरा था। हम कार्यक्रम शुरू होने पहले वस्त्र और आभूषण के साथ सुसज्ज हो गए थे। पर जैसे ही कार्यक्रम शुरू हुआ मेरे दिल कई  धड़कने बढ़नी लगी। मैंने पहली बार ऐसे कार्यक्रम में नाम लिखवाया था। और देखते-देखते हमारा नाम  पुकारा गया। जैसे ही हम मंच पर गए सबने तालियों से हमें प्रोत्साहन दिया। मुझ में धीरे-धीरे आत्मविश्वास बढ़ता गया और में नृत्य में लीन हो गया। सब को हमारा नृत्य बहुत अच्छा लगा। यह दिन मुझे हमेशा याद रहेंगा।

    Question 11
    CBSEENHN9001310

    पाठ से निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द ढूँढ़कर लिखिए-
    विद्वान, अनंत, निरपराधी, दंड, शांति।

    Solution

    • विद्वान - मूर्ख
    • अनंत - अंत
    • निरपराधी - अपराधी
    • दंड - पुरस्कार
    • शांति - अशांति

     

    Question 12
    CBSEENHN9001311

    निम्नलिखित शब्दों से उपसर्ग/प्रत्यय अलग कीजिए और मूल शब्द बताइए -
    निराहारी, - निर्‌ + आहार + ई
    साम्प्रदायिकता,
    अप्रसन्नता,
    अपनापन,
    किनारीदार,
    स्वतंत्रता

    Solution
    शब्द उपसर्ग मूलशब्द प्रत्यय


    निराहारी

    निर्‌  आहार
    सांप्रदायिकता सम,प्र सम्प्रदाय,दाय इक,ता
    अप्रसन्नता प्रसन्न  ता
    अपनापन - अपना  पन
    किनारीदार किनारा दार
    स्वतंत्रता

    स्व

    तंत्र ता
    Question 13
    CBSEENHN9001312

    निम्नलिखित उपसर्ग-प्रत्ययों की सहायता से दो -दो-शब्द लिखिए -
    उपसर्ग - अन्, अ, सत्, स्व, दुर्
    प्रत्यय - दार, हार, वाला, अनीय

    Solution

    उपसर्ग -
    1. अन् - अनंत, अनशन
    2. अ - असत्य, अन्याय
    3. सत् - सत्पथ, सत्कर्म
    4. स्व - स्वराज, स्वाधीन
    5. दुर् - दुर्लभ, दुर्व्यवहार

    प्रत्यय -
    1. दार - ईमानदार, दुकानदार
    2. हार - पालनहार, तारनहार
    3. वाला - फलवाला, टोपीवाला
    4. अनीय - दर्शनीय, लेखनीय

     

     

    Question 14
    CBSEENHN9001313

    पाठ में आए सामासिक पद छाँटकर विग्रह कीजिए -
    पूजा-पाठ                            पूजा और पाठ
    ................                      ....................
    ...............                       ...................
    ...............                       ...................
    ...............                       ....................

    Solution

    सामासिक पद                                             विग्रह
    1. दुर्गापूजा                                               दुर्गा की पूजा
    2. छात्रावास                                              छात्रों के लिए आवास
    3. कवि-सम्मेलन                                        कवियों का सम्मेलन
    4. कुलदेवी                                               कुल की देवी

     

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