Sponsor Area
संसार में किस देश में न्यूनतम लिंगानुपात है?
सयुंक्त अरब अमीरात, 468 महिलाएँ प्रति 1000 पुरुष।
विश्व में कौन से क्षेत्र मानव - निवास के लिए आकर्षक नहीं है?
पर्वत, शुष्क मरुस्थलीय तथा अतिविषय (कठोर) जलवायु के क्षेत्र ।
लिंगानुपात क्या है? विश्व के कुछ देशों मे स्त्रियों के लिए लिंगानुपात प्रतिकूल क्यों है? किन्ही चार कारणों की व्यारव्या कीजिए ।
लिंगानुपात या लिंग का अनुपात से तात्पर्य किसी क्षेत्र विशेष में पुरुष एवं स्त्री की संख्या के अनुपात को कहते हैं। प्राय: किसी भौगोलिक क्षेत्र में प्रति हजार पुरुषों के मुकाबले स्त्रियों की संख्या को इसका मानक माना जाता है।
लिंग अनुपात = (स्त्रियों की जनसंख्या / पुरुषों की जनसंख्या) X 1000
स्त्रियों के लिए लिंगानुपात के प्रतिकूल होनें के कारण:-
वो कौन से कारक है जो भारत में स्त्रियों को ग्रामीण क्षेत्रों से नगरीय क्षेत्रों की और प्रवास को हतोत्साहित करते हैं।
''जनसंख्या पिरामिड़ की आकृति जनसंख्या की विशेषताओं को परिलक्षित करती है'' उपयुक्त उदाहरण सहित इस कथन की व्यारव्या कीजिए ।
विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में नगरीकरण की प्रक्रिया किस प्रकार नगरों और ग्रामीण जनसंरव्या के आकार में भिन्नता और असंतुलन लाती है।
पश्चिमी देशों की स्थिति
एशियाई देशों की स्थिति
लिंग-अनुपात कैसे मापा जाता है?
जनसंख्या में पुरुषों और स्त्रियों की संख्या के बीच के अनुपात को लिंग-अनुपात कहा जाता है। भारत में यह अनुपात प्रति हजार पुरुषों और स्त्रियों की संख्या के रूप में दर्शाया जाता है।
लिंगानुपात = (स्त्रियों की जनसंख्या / पुरुषों की जनसंख्या) X 1000
जनसंख्या संघटन से आप क्या समझते हैं?
जनसंख्या संघटन जनसंख्या के उस पक्ष को प्रदर्शित करता है जिसको मापा जा सकता है। जनसंख्या के मात्रात्मक पक्ष; जैसे लिंग, आयु, श्रम शक्ति, आवास, कार्यशील और आश्रित जनसंख्या तथा साक्षरता आदि तथ्यों का वर्गीकरण और अध्ययन जनसंख्या संघटन कहलाता है।
Sponsor Area
आयु-संरचना का क्या महत्त्व है?
आयु संरचना जनसंख्या संघटन का महत्त्वपूर्ण सूचक है। यह विभिन्न आयु वर्गों में लोगों की संख्या को प्रदर्शित करती है। इसके अंतर्गत किसी देश की जनसंख्या को तीन आयुवर्गों में बाँटा जाता है:- 0-4 आयुवर्ग, 15-59 आयुवर्ग और 60 से ऊपर का आयु वर्ग । इसके द्वारा ही देश की जनसंख्या की जन्म-दर, उत्पादकता, मानव क्षमता, रोज़गार की स्थिति तथा आश्रित जनसंख्या आदि का पता चलता है। इससे ही भविष्य में जनसंख्या वृद्धि का अनुमान होता है।
लिंग-अनुपात कैसे मापा जाता है?
जनसंख्या में पुरुषों और स्त्रियों की संख्या के बीच के अनुपात को लिंग-अनुपात कहा जाता है। भारत में यह अनुपात प्रति हजार पुरुषों और स्त्रियों की संख्या के रूप में दर्शाया जाता है।
लिंगानुपात = (स्त्रियों की जनसंख्या / पुरुषों की जनसंख्या) X 1000
जनसंख्या के ग्रामीण - नगरीय संघटन का वर्णन कीजिए ।
आवास केआधार पर जनसंख्या को दो वर्गों में बाँटा गया है
ग्रामीण तथा नगरीय जनसंख्या की अपनी अलग-अलग विशेषताएँ होती हैं तथा इनको अपने अलग-अलग व्यवसाय, संरचना, जीवन-पद्धति आदि के आधार पर पहचाना जा सकता है। गांव के लोग साधारण, सामाजिक संबंधों से ओत-प्रोत तथा अधिकतर कृषि - कार्यों में संलग्न रहते हैं। उनके आचार-विचार तथा सांसारिक दृष्टिकोण नगर में रहने वाले लोगों से भिन्न होते हैं। इसके विपरीत, नगरों में रहने वाले लोग उद्योग तथा व्यापार में संलग्न रहते हैं । इनके आपसी सामाजिक संबंध औपचारिक होते हैं तथा
इनका दृष्टिकोण अपेक्षतया भिन्न होता है।
विश्व में ग्रामीण जनसंख्या सबसे अधिक एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के देशों में पाई जाती है जबकि यूरोप, उत्तरी अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में नगरीय जनसंख्या अधिक पाई जाती है।
सामान्यतया औद्योगिक दृष्टि से विकसित राष्ट्रों में नगरीय जनसंख्या का अनुपात अधिक पाया जाता है जबकि कृषि प्रधान देशों में ग्रामीण जनसंख्या का अनुपात अधिक पाया जाता है। कुल जनसंख्या में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत किसी देश के आर्थिक विकास का सूचक होता है। इसका कारण है नगरों में उपलब्ध सुविधाएँ और रोजगार की संभावनाएँ। यही कारण है कि विकसित राष्ट्रों में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत अधिक होता है। विश्व में प्रतिवर्ष नगरीय जनसंख्या में लगभग 6 करोड़ की वृद्धि हो रही है।
विश्व में नगरीय जनसंख्या में वृद्धि के प्रमुख कारण हैं -
विश्व के विभिन्न भागों में आयु-लिंग में असंतुलन के लिए उत्तरदायी कारकों तथा व्यावसायिक संरचना की विवेचना कीजिए ।
जनसंख्या की आयु-लिंग संरचना से अभिप्राय विभिन्न आयु-वर्गों में स्त्रियों और पुरुषों की संख्या से है। इसे एक विशेष प्रकार के रेखाचित्र द्वारा दर्शाया जाता है जिसकी आकृति पिरामिड से मिलती है। इस कारण इसे आयु-लिंग अथवा जनसंख्या पिरामिड कहा जाता है। विश्व के विभिन्न भागों में आयु-लिंग में असंतुलन के लिए उत्तरदायी कारक निम्नलिखित हैं-
स्त्री-पुरुष की जन्म-दर में अंतर :- प्रत्येक समाज में जन्म के समय नर बच्चे, मादा बच्चों से अधिक होता हैं। सामान्यतया जन्म के प्रत्येक 104 से 107 नर बच्चों के अनुपात में 100 मादा बच्चे होते हैं।
स्त्री-पुरुष की मृत्यु-दर में अंतर :- विकसित देशों में जीवन की सभी अवस्थाओं में पुरुष मृत्यु-दर, स्त्री मृत्यु-दर सेअधिक होती है इसके विपरीत विकासशील देशों में पुरुषों की अपेक्षा स्त्रियों में मृत्यु-दर अधिक होती है।
व्यावसायिक संरचना - किसी क्षेत्र की विशिष्ट आर्थिक क्रियाओं में लगे जनसंख्या के अनुपात को व्यावसायिक संरचना कहते हैं। व्यावसायिक संरचना को चार मुख्य वर्गों में वर्गीकृत किया जा सकता है:-
Sponsor Area
Sponsor Area