मानव भूगोल के मूल सिद्धांत Chapter 3 जनसंख्या संघटन
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    NCERT Solution For Class 12 ������������������ मानव भूगोल के मूल सिद्धांत

    जनसंख्या संघटन Here is the CBSE ������������������ Chapter 3 for Class 12 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 12 ������������������ जनसंख्या संघटन Chapter 3 NCERT Solutions for Class 12 ������������������ जनसंख्या संघटन Chapter 3 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 12 ������������������.

    Question 1
    CBSEHHIGEH12025275

    संसार में किस देश में सर्वाधिक लिंगानुपात है?

    Solution

    लाटविया, 1187 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष।

    Question 2
    CBSEHHIGEH12025276

    संसार में किस देश में न्यूनतम लिंगानुपात है?

    Solution

    सयुंक्त अरब अमीरात, 468 महिलाएँ प्रति 1000 पुरुष।

    Question 3
    CBSEHHIGEH12025277

    संसार का औसत लिंगानुपात क्या है?

    Solution

    (990/1000) 990 महिलाएँ प्रति 1000 पुरुष।

    Question 8
    CBSEHHIGEH12025282

    विश्व का सबसे बड़ा भाषा समूह कौन सा है?

    Solution

    मंडारिन अथवा चीनी ।

    Question 9
    CBSEHHIGEH12025283

    विश्व में कौन से क्षेत्र मानव - निवास के लिए आकर्षक नहीं है?

    Solution

    पर्वत, शुष्क मरुस्थलीय तथा अतिविषय (कठोर) जलवायु के क्षेत्र ।

    Question 10
    CBSEHHIGEH12025284

    लिंगानुपात क्या है? विश्व के कुछ देशों मे स्त्रियों के लिए लिंगानुपात प्रतिकूल क्यों है? किन्ही चार कारणों की व्यारव्या कीजिए ।

    Solution

    लिंगानुपात या लिंग का अनुपात से तात्पर्य किसी क्षेत्र विशेष में पुरुष एवं स्त्री की संख्या के अनुपात को कहते हैं। प्राय: किसी भौगोलिक क्षेत्र में प्रति हजार पुरुषों के मुकाबले स्त्रियों की संख्या को इसका मानक माना जाता है।

    लिंग अनुपात = (स्त्रियों की जनसंख्या / पुरुषों की जनसंख्या) X 1000

    स्त्रियों के लिए लिंगानुपात के प्रतिकूल होनें के कारण:-

    1. स्त्री भ्रूण हत्या।
    2. स्त्री शिशु हत्या।
    3. स्त्रियों के प्रति घरेलू हिंसा।
    4. स्त्रियों की सामाजिक आर्थिक स्तर का निम्न होना।

    Question 11
    CBSEHHIGEH12025285

    वो कौन से कारक है जो भारत में स्त्रियों को ग्रामीण क्षेत्रों से नगरीय क्षेत्रों की और प्रवास को हतोत्साहित करते हैं।

    Solution
    1. ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि क्रियाओं में स्त्रियों की उच्च सहभागिता ।
    2. आवास की कभी ।
    3. नगरीय क्षेत्रों में रहन सहन की उच्च लागत ।
    4. रोज़गार के अवसरों की कभी ।
    5. नगरों में सुरक्षा की कभी ।
    6. सामाजिक बाधाएँ।
    Question 12
    CBSEHHIGEH12025286

    ''जनसंख्या पिरामिड़ की आकृति जनसंख्या की विशेषताओं को परिलक्षित करती है'' उपयुक्त उदाहरण सहित इस कथन की व्यारव्या कीजिए ।

    Solution
    1. जनसंख्या की आयु लिंग संरचना दर्शायी जाती है।
    2. प्रत्येक आयु वर्ग में बायाँ भाग पुरूषों का प्रतिशत तथा दाया भाग स्त्रियों का प्रतिशत दर्शाता है।
    3. त्रिभुजाकार पिरामिड विस्तारित होती जनसंख्या को दर्शाता है।
    4. घण्टी के आकार का पिरामिड स्थिर जनसंख्या को दर्शाता है।
    5. जापान के पिरामिड का संकीर्ण आधार और शुंडाकार शीर्ष निम्न जन्म और मृत्यु दरों को दर्शाता है।
    Question 13
    CBSEHHIGEH12025287

    विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में नगरीकरण की प्रक्रिया किस प्रकार नगरों और ग्रामीण जनसंरव्या के आकार में भिन्नता और असंतुलन लाती है।

    Solution

    पश्चिमी देशों की स्थिति

    • पश्चिमी देशों में ग्रामीण क्षेत्रों में स्त्रियों की अपेक्षा पुरूषों की संख्या अधिक है जबकि नगरीय क्षेत्रों में स्त्रियों की संख्या पुरूषों की अपेक्षा अधिक है।
    • नगरीय क्षेत्रों में रोज़गार के अवसरों की अधिक सम्भावनाओं के कारण यू. एस. ए., कनाडा जैसे देशों में ग्रामीण क्षेत्रों से महिलाओं का आगमन, नगरों में महिलाओं की अधिक संख्या का कारण है।

    एशियाई देशों की स्थिति

    • कृषि भी इन विकसित देशों में अत्याधिक मशीनीकृत है।
    • एशिया के नगरीय क्षेत्रों में पुरूष प्रधान प्रवास के कारण लिंगानुपात भी पुरुषों के अनुकूल है।
    • इन विकासशील देशों में महिलाओं की कृषि में सहभागिता अधिक है।
    • आवास की कमी, उच्च मूल्य रहन सहन, व्यवसाय के कम अवसर, सुरक्षा की कमी नगरों में महिलाओं के प्रवास को हतोत्साहित करती है।

    Question 16
    CBSEHHIGEH12025357

    लिंग-अनुपात कैसे मापा जाता है?

    Solution

    जनसंख्या में पुरुषों और स्त्रियों की संख्या के बीच के अनुपात को लिंग-अनुपात कहा जाता है। भारत में यह अनुपात प्रति हजार पुरुषों और स्त्रियों की संख्या के रूप में दर्शाया जाता है।

    लिंगानुपात = (स्त्रियों की जनसंख्या / पुरुषों की जनसंख्या) X 1000

    Question 17
    CBSEHHIGEH12025358

    जनसंख्या संघटन से आप क्या समझते हैं?

    Solution

    जनसंख्या संघटन जनसंख्या के उस पक्ष को प्रदर्शित करता है जिसको मापा जा सकता है। जनसंख्या के मात्रात्मक पक्ष; जैसे लिंग, आयु, श्रम शक्ति, आवास, कार्यशील और आश्रित जनसंख्या तथा साक्षरता आदि तथ्यों का वर्गीकरण और अध्ययन जनसंख्या संघटन कहलाता है।

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    Question 18
    CBSEHHIGEH12025359

    आयु-संरचना का क्या महत्त्व है?

    Solution

    आयु संरचना जनसंख्या संघटन का महत्त्वपूर्ण सूचक है। यह विभिन्न आयु वर्गों में लोगों की संख्या को प्रदर्शित करती है। इसके अंतर्गत किसी देश की जनसंख्या को तीन आयुवर्गों में बाँटा जाता है:- 0-4 आयुवर्ग, 15-59 आयुवर्ग और 60 से ऊपर का आयु वर्ग । इसके द्वारा ही देश की जनसंख्या की जन्म-दर, उत्पादकता, मानव क्षमता, रोज़गार की स्थिति तथा आश्रित जनसंख्या आदि का पता चलता है। इससे ही भविष्य में जनसंख्या वृद्धि का अनुमान होता है।

    Question 19
    CBSEHHIGEH12025360

    लिंग-अनुपात कैसे मापा जाता है?

    Solution

    जनसंख्या में पुरुषों और स्त्रियों की संख्या के बीच के अनुपात को लिंग-अनुपात कहा जाता है। भारत में यह अनुपात प्रति हजार पुरुषों और स्त्रियों की संख्या के रूप में दर्शाया जाता है।
    लिंगानुपात = (स्त्रियों की जनसंख्या / पुरुषों की जनसंख्या) X 1000

    Question 20
    CBSEHHIGEH12025361

    जनसंख्या के ग्रामीण - नगरीय संघटन का वर्णन कीजिए ।

    Solution

    आवास केआधार पर जनसंख्या को दो वर्गों में बाँटा गया है 

    1. ग्रामीण जनसंख्या तथा 
    2. नगरीय जनसंख्या ।

    ग्रामीण तथा नगरीय जनसंख्या की अपनी अलग-अलग विशेषताएँ होती हैं तथा इनको अपने अलग-अलग व्यवसाय, संरचना, जीवन-पद्धति आदि के आधार पर पहचाना जा सकता है। गांव के लोग साधारण, सामाजिक संबंधों से ओत-प्रोत तथा अधिकतर कृषि - कार्यों में संलग्न रहते हैं। उनके आचार-विचार तथा सांसारिक दृष्टिकोण नगर में रहने वाले लोगों से भिन्न होते हैं। इसके विपरीत, नगरों में रहने वाले लोग उद्योग तथा व्यापार में संलग्न रहते हैं । इनके आपसी सामाजिक संबंध औपचारिक होते हैं तथा
    इनका दृष्टिकोण अपेक्षतया भिन्न होता है।
    विश्व में ग्रामीण जनसंख्या सबसे अधिक एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के देशों में पाई जाती है जबकि यूरोप, उत्तरी अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में नगरीय जनसंख्या अधिक पाई जाती है।
    सामान्यतया औद्योगिक दृष्टि से विकसित राष्ट्रों में नगरीय जनसंख्या का अनुपात अधिक पाया जाता है जबकि कृषि प्रधान देशों में ग्रामीण जनसंख्या का अनुपात अधिक पाया जाता है। कुल जनसंख्या में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत किसी देश के आर्थिक विकास का सूचक होता है। इसका कारण है नगरों में उपलब्ध सुविधाएँ और रोजगार की संभावनाएँ। यही कारण है कि विकसित राष्ट्रों में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत अधिक होता है। विश्व में प्रतिवर्ष नगरीय जनसंख्या में लगभग 6 करोड़ की वृद्धि हो रही है।
    विश्व में नगरीय जनसंख्या में वृद्धि के प्रमुख कारण हैं -

    1. नगरीय क्षेत्रों में स्त्रियों की संख्या अधिक होने का कारण ग्रामीण क्षेत्रों से स्त्रियों का नौकरियों हेतु शहरी क्षेत्रों की ओर प्रवास करना है।
    2. विकासशील देशोंमें कृषि संबंधी कार्यों में स्त्रियों की सहभागिता दर काफी ऊँची है। 
    3. ग्रामीण क्षेत्रों में पुरुषों का कृषि पर प्रभुत्व है।

    Question 21
    CBSEHHIGEH12025362

    विश्व के विभिन्न भागों में आयु-लिंग में असंतुलन के लिए उत्तरदायी कारकों तथा व्यावसायिक संरचना की विवेचना कीजिए ।

    Solution

    जनसंख्या की आयु-लिंग संरचना से अभिप्राय विभिन्न आयु-वर्गों में स्त्रियों और पुरुषों की संख्या से है। इसे एक विशेष प्रकार के रेखाचित्र द्वारा दर्शाया जाता है जिसकी आकृति पिरामिड से मिलती है। इस कारण इसे आयु-लिंग अथवा जनसंख्या पिरामिड कहा जाता है। विश्व के विभिन्न भागों में आयु-लिंग में असंतुलन के लिए उत्तरदायी कारक निम्नलिखित हैं-

    1. स्त्री-पुरुष की जन्म-दर में अंतर :- प्रत्येक समाज में जन्म के समय नर बच्चे, मादा बच्चों से अधिक होता हैं। सामान्यतया जन्म के प्रत्येक 104 से 107 नर बच्चों के अनुपात में 100 मादा बच्चे होते हैं।

    2. स्त्री-पुरुष की मृत्यु-दर में अंतर :- विकसित देशों में जीवन की सभी अवस्थाओं में पुरुष मृत्यु-दर, स्त्री मृत्यु-दर सेअधिक होती है इसके विपरीत विकासशील देशों में पुरुषों की अपेक्षा स्त्रियों में मृत्यु-दर अधिक होती है।

    3. प्रवास :- अधिकांश विकासशील देशों, विशेषतया एशियाई तथा अफ्रीकी देशों में बड़ी संख्या में पुरुष ग्रामीण इलाकों से नगरों की ओर आजीविका की तलाश में प्रवास करते हैं। विकसित देशों में नगरीय लिंगानुपात स्त्रियों के पक्ष में अधिक होता है क्योंकि वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में खेती के काम में पुरुषों की संख्या ज्यादा होती है स्त्रियाँ नगरों में नौकरी की तलाश में प्रवास करती है।

    व्यावसायिक संरचना - किसी क्षेत्र की विशिष्ट आर्थिक क्रियाओं में लगे जनसंख्या के अनुपात को व्यावसायिक संरचना कहते हैं। व्यावसायिक संरचना को चार मुख्य वर्गों में वर्गीकृत किया जा सकता है:-

    1. प्राथमिक व्यवसाय :- इन व्यवसायों में आखेट, मत्स्यपालन, फल संग्रहण, कृषि संग्रहण, कृषि तथा वानिकी इत्यादि आते हैं।
    2. द्वितीयक व्यवसाय :- इन व्यवसायों में विनिर्माण उद्योग तथा शक्ति उत्पादन इत्यादि आते हैं।
    3. तृतीयक व्यवसाय :- इन व्यवसायों के अंतर्गत परिवहन, संचार, व्यापार, सेवाएँ आदि शामिल किए जाते हैं।
    4. चतुर्थक व्यवसाय :- इनके अंतर्गत चिंतन, शोध योजना तथा विचारों के विकास से जुड़े अत्याधिक बौद्धिकतापूर्ण व्यवसायों को रखा जाता है।

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