गजानन माधव मुक्तिबोध

Question

कवि के लिए सखन-मधुर स्थिति भी असह्य क्यों बन गई है?

Answer

कवि के लिए सुखद-मधुर स्थिति इसलिए असह्य बन गई है क्योंकि ‘भवितव्यता’ उसे डराती है। उसके अपने प्रेम में आत्मग्लानि की भावना छिपी हुई है। (संभवत: कवि यह सोचता होगा कि वह प्रेयसी को पत्नी रूप नहीं दे पाएगा।) कवि भविष्य की कल्पना करके भयभीत हो जाता है। वह स्वयं को अपराध ग्रस्त भी पाता है तथा चिंतित रहता है। ऐसी स्थिति में सुखद-मधुर स्थिति भा उसे असह्य हो जाती है।

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गजानन माधव मुक्तिबोध के व्यक्तित्व तथा कृतित्व का परिचय दीजिए।

प्रस्तुत पक्तियों की सप्रंसग व्याख्या करें

जिंदगी में जो कुछ है, जो भी है

सहर्ष स्वीकारा है,

इसलिए कि जो कुछ भी मेरा है

वह तुम्हें प्यारा है।

अर्थग्रहण संबंधी प्रश्न

कवि ने सहर्ष क्या स्वीकार किया है?

कवि ने इसे क्यों स्वीकार कर लिया है?

यह कविता क्या प्रेरणा देती है?

प्रस्तुत पक्तियों की सप्रंसग व्याख्या करें

गरबीली गरीबी यह, ये गंभीर अनुभव सब

यह विचार-वैभव सब

दृढ़ता यह, भीतर की सरिता यह अभिनय सब

मौलिक है, मौलिक है,

इसलिए कि पल-पल में

जो कुछ भी जागृत है, अपलक है-

संवेदन तुम्हारा है!!

कवि किस-किसको मौलिक मानता है और क्यों?

इन पर किसकी संवेदना का प्रभाव है?

इस कविता पर किस बाद का प्रभाव झलकता है?