सूर्यकांत त्रिपाठी निराला - उत्साह
कवि ने बादलों को पास और पीड़ित लोगों के कष्टों को दूर कर उनकी इच्छाओं-आकांक्षाओं को पूरा करने का आग्रह भरा आह्वान किया है और साथ ही साथ बादलों को नई कल्पना और नए अंकुर के लिए विध्वंस, विप्लव और क्रांति चेतना को संभव करने वाला माना है। बादल ही धरती को हरा-भरा बनाते हैं और कवि को कविता करने की प्रेरणा प्रदान करते हैं।
Sponsor Area
Sponsor Area
Sponsor Area