यमराज की दिशा
कवि ने ऐसा क्यों कहा कि दक्षिण को लाँघ लेना संभव नहीं था?
बचपन में कवि की माँ ने उससे बताया था कि दक्षिण दिशा की ओर पैर करके सोने से मृत्यु की प्राप्ति होती है। क्योंकि दक्षिण दिशा में यमराज का घर होता हैं। यह बात उसके मन में घर कर गयी थी तथा उसका मन आजीवन आशंकित रहा। इसके साथ उसने दक्षिण दिशा को एक प्रतीक के रूप में शोषण से जोड़ा है कि शोषण का भी कोई ओर-छोर नहीं होता। इससे हम बच नहीं सकते हैं। इसलिए कवि ने ऐसा कहा कि दक्षिण को लाँघ लेना संभव नहीं था।
Sponsor Area
कवि को दक्षिण दिशा पहचानने में कभी मुश्किल क्यों नही हुई?
कवि ने ऐसा क्यों कहा कि दक्षिण को लाँघ लेना संभव नहीं था?
कवि के अनुसार आज हर दिशा दक्षिण दिशा क्यों हो गई है?
भाव स्पष्ट कीजिए -
सभी दिशाओं में यमराज के आलीशान महल हैं
और वे सभी में एक साथ
अपनी दहकती आँखों सहित विराजते हैं
कवि की माँ ईश्वर से प्रेरणा पाकर उसे कुछ मार्ग-निर्देश देती है। आपकी माँ भी समय-समय पर आपको सीख देती होंगी-
वह आपको क्या सीख देती हैं?
कवि की माँ ईश्वर से प्रेरणा पाकर उसे कुछ मार्ग-निर्देश देती है। आपकी माँ भी समय-समय पर आपको सीख देती होंगी -
क्या उसकी हर सीख आपको उचित जान पड़ती है? यदि हाँ तो क्यों और नहीं तो क्यों नहीं ?
कभी-कभी उचित-अनुचित निर्णय के पीछे ईश्वर का भय दिखाना आवश्यक हो जाता है, इसके क्या कारण हो सकते हैं?
Sponsor Area
Sponsor Area