गीत-अगीत - रामधारी सिंह दिनकर
इस कविता में कलकल करती नदी, प्रकृति से प्रसन्न होकर गाने वाले शुक, तथा आल्हा-गीत गाने वाले प्रेमी को गीत गाने वाला कहा गया है।
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