निम्नलिखित दोहों को पढ़कर गए पूछे प्रशनों के उत्तर दीजिए
रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो चटकाय।
टूटे से फिर ना मिले, मिले गाँठ परि जाय।।
प्रेम रूपी धागा तोड़ने का क्या परिणाम होता है?
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अखडं एवं निश्चल नहीं रहता
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गाँठ पड़ जाती है।
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मन में ग्रन्थि रह जाती है
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अखडं ही अच्छा रहता है
Answer
Multi-choise Question
A.
अखडं एवं निश्चल नहीं रहता