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दोहे - रहीम

Question
CBSEENHN9000705

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
अवध नरेश को चित्रकूट क्यों जाना पड़ा?

Solution
अवध नरेश श्री रामचंन्द्र अपने माता-पिता की आज्ञा का पालन करने के लिए जब चौदह वर्ष बनवास कर रहे थे तब वे चित्रकूट जैसे रमणीय वन में रुके थे। कवि विपदा पड़ने पर ईश्वर की शरण में जाने की बात कह रहे हैं। क्योंकि मुसीबत में वन भी राजभवन दिखाई देता है।

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निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
अवध नरेश को चित्रकूट क्यों जाना पड़ा?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
 ‘नट’ किस कला में सिद्ध होने के कारण ऊपर चढ़ जाता है?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
‘मोती, मानुष, चून’ के सदंर्भ में पानी के महत्व को स्पष्ट कीजिए।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
टूटे से फिर ना मिले, मिले गाँठ परि जाय।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
सुनि अठिलैहैं लोग सब, बाँटि न लैहैं कोय।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
रहिमन मूलहिं सींचिबो, फूलै फलै अघाय।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
दीरघ दोहा अरथ के, आखर थोरे आहिं।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
नाद रीझि तन देत मृग, नर धन हेत समेत।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
जहाँ काम आवे सुई, कहा करे तरवारि।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
पानी गए न ऊबरे, मोती, मानुष, चूना