नियुक्ति आधारित प्रशासन की जगह निर्वाचन आधारित प्रशासन होना चाहिए इस विषय पर 200 शब्दों में एक लेख लिखो।
नियुक्ति आधारित प्रशासन: जो प्रशासन नियुक्त किए गए अधिकारियों द्वारा चलाया जाता है उसे नियुक्ति आधारित प्रशासन कहा जाता है।
निर्वाचन आधारित प्रशासन: जो प्रशासन लोगों द्वारा चुने गए प्रतिनिधि द्वारा चलाया जाता है उसे निर्वाचन आधारित प्रशासन कहा जाता है।
प्रशासन नियुक्ति आधारित होना चाहिए या निर्वाचन आधारित इस पर विद्वानों की अलग-अलग राय हैं। अधिकतर विद्वान निर्वाचन आधारित प्रशासन के पक्ष में दिखाई देते हैं:
- अधिकतर लोग दोनों प्रशासन में निर्वाचन आधारित प्रशासन को अधिक व्यवहारिक एवं उचित मानते हैं। निर्वाचित आधारित प्रशासन, नियुक्ति आधारित प्रशासन की अपेक्षा अधिक लोकतांत्रिक होता है।
- इसके अतिरिक्त नियुक्ति आधारित प्रशासन किसी के लिए भी उत्तरदाई नहीं है, जबकि निर्वाचित प्रशासन अपने समस्त कार्यों के लिए विधानपालिका (संसद) के प्रति उत्तरदाई होता है।
- विधानपालिका के सदस्यों को निर्वाचित कार्यपालिका की आलोचना करने तथा उनसे प्रश्न पूछने का अधिकार प्राप्त होता है। निर्वाचित आधारित प्रशासन में अधिकारी तब तक अपने पद पर रहते हैं जब तक इनको संसद का विश्वास प्राप्त रहता है। संसद अविश्वास प्रस्ताव पास करके इनको हटा सकती है।
- इसके अतिरिक्त नियुक्ति आधारित प्रशासन को लोगों की समस्याओं की जानकारी नहीं होती, क्योंकि उनका लोगों से कोई प्रत्यक्ष संबंध नहीं होता, जबकि निर्वाचित आधारित प्रशासन का लोगों से प्रत्यक्ष संबंध होता है इसलिए इन्हें लोगों की समस्याओं की अच्छी जानकारी होती है, जिसे व हल करने का प्रयास करते हैं।



