आपके अनुसार कौन सा मौलिक अधिकार सबसे ज्यादा महत्त्वपूर्ण है? इसके प्रावधानों को संक्षेप में लिखें और तर्क देकर बताएँ कि यह क्यों महत्त्वपूर्ण है ?
मेरे विचार में भारतीय संविधान में दिया गया अंतिम अधिकार 'संवैधानिक उपचारों का अधिकार' सबसे अधिक महत्वपूर्ण हैं। 'संवैधानिक उपचारों के अधिकार' के अनुसार यदि सरकार या कोई नागरिक मौलिक अधिकारों से किसी को वंचित करता है तो वह व्यक्ति अपने मौलिक अधिकारों की सुरक्षा की माँग उच्चतम न्यायलय अथवा उच्च न्यायालों में कर सकता हैं।
सर्वोच्च न्यायालय या उच्च न्यायालय मौलिक अधिकारों को लागू करने के लिए सरकार को आदेश और निर्देश दे सकते हैं। न्यायालय कई प्रकार के विशेष आदेश जारी करते हैं जिन्हें प्रादेश या रिट कहते हैं जैसे:- बंदी प्रत्यक्षीकरण, परमादेश, निषेध आदेश, अधिकार पृच्छा, उत्येषण रिट।
ये प्रवधान इसलिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि अधिकारों की विस्तृत सूची देना ही काफी नहीं होता किन्तु उसे व्यवहार में लाना और उसके उल्लंघन होने पर उसकी रक्षा करना भी उतना ही अनिवार्य होता हैं। 'संवैधानिक उपचारों का अधिकार' ही वह साधन है जिसके द्वारा ऐसा किया जा सकता है। इसलिए ही डॉ. बी.आर.अम्बेडकर ने संविधान सभा में बोलते हुए इस अधिकार को संविधान का ह्रदय व आत्मा (Heart and Soul) कहा था।



