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महिलाएँ और खेल

Question
CBSEHHIPEH12036972

क्षुधा अथाव सेआप क्या समझते है? एनोरेक्सिया नर्वोसा के कारण, लक्ष्णों तथा बचाव का वर्णन कीजिए।

Solution

एनोरेक्सिया नर्वोसा: क्षुधा अभाव भोजन संबंधी विकार है। यह एक मानसिक रोग है जो प्रारंभिक या मध्य किशोरवस्था में सबसे अधिक पाया जाता है। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति अपना शारीरिक भार कम करने के उद्देश्य से भोजन की मात्रा बहुत कम कर देते है जिसके कारण वे बहुत ही दुबले-पतले प्रतीत होन लगते है। पीड़ित व्यक्ति अपना वजन कम करने के लिए कई प्रकार केअनुचित तरीके भी अपनाने लगते है। इस रोग से ग्रस्त व्यक्ति के हृदय तथा गुर्दो को क्षति पहुँचती है मगर समय पर इसका इलाज न किया जाये तो यह रोग जान लेवा भी हो सकता है।

क्षुधा अभाव के कारण- सामाजिक कारक: अकसर माता-पिता या मित्रों द्वारा व्यक्ति के शारीरिक आकार को लेकर उपहास किए जाने के कारण वह क्षधा अभाव या एनोरेक्सिया नवासा की ओर अग्रसर हो जाते है। कुछ व्यवसाय जैसे माँडलिग तथा जिम्नास्टिक भी इसके कारण है।

जैविक कारक: यदि इस समस्या से ग्रस्त कोई गर्थवती स्त्री किसी शिशु को जन्म देती हैं तो उस शिशु को इस समस्या से ग्रस्त होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।

व्यक्तिगत कारक: अक्सर व्यक्ति समुह में खुद को श्रेष्ठ साबित करने के लिए कि वह कितना नियमों को मानता है, आदेशों का पालन करता है, के कारण भी इस समस्या से ग्रस्त हो जाता है।

एनोरेक्सिया नर्वोसा के लक्षण:

  1. शारीरिक भार में तेजी से कमी आती हैं जिसके कारण शारीरिक स्वरूप पतला प्रतीत होता है।
  2. किशोरियों के मासिक धर्म में अनियमितता होने लगती है।
  3. उल्टी, शरीर के फुलने का अहसास तथा कब्ज थी शिकायत रहती है।
  4. रक्तहीनता हो जाती है।
  5. नाड़ीगति तथा रक्तचाप धीमा रहने लगता है।
  6. दांतो की समस्याएँ, लार ग्रंथि सूजन की आशंका बढ़ जाती हैं।
  7. कई बार अधिक भोजन का सेवन कर लेते है।

एनोरेक्सिया नर्वोसा से बचाव:

  1. भार कम करने के लिए सुनी-सुनाई बातों या किताबों के ज्ञान की अपेक्षा विशेषज्ञ की सलाह लें।
  2. बच्चों को यह समझाना चाहिए की भारी शरीर होने के बावजूद भी वह चुस्त तथा आकर्षक बने रह सकते हैं।
  3. समस्या से ग्रस्त व्यक्ति से दूर रहें।
  4. मनोवैज्ञानिक की सहायता भी ली जा सकती है। डॉक्टर के परामर्श अनुसार दवाईयाँ भी ली जा सकती है।

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