पूर्वी तट के नदी डेल्टाओं पर किपूर्वी तट के नदी डेल्टाओं पर किस प्रकार की मृदा पाई जाती है? इस प्रकार की मृदा की तीन मुख्य विशेषताएँ क्या है?स प्रकार की मृदा पाई जाती है? इस प्रकार की मृदा की तीन मुख्य विशेषताएँ क्या है?
पूर्वी तट के नदी डेल्टाओं (कृष्णा, कावेरी, महानदी, गोदावरी) नदियों में जलोढ़ मृदा पाई जाती है।
जलोढ़ मृदा की विशेषताएँ-
(i) जलोढ़ मृदा नदियों द्वारा लाये गए अवसाद(रेत,सिल्ट, मृतिका) से निर्मित होती है। अतः यह बहुत उपजाऊ होती है।
(ii) मृदाओं की पहचान उनकी आयु से भी होती है। आयु के आधार पर जलोढ़ मृदा दो प्रकार की होती है- नवीन जलोढ़ तथा प्राचीन जलोढ़। नवीन जलोढ़ प्राचीन जलोढ़ की अपेक्षा अधिक उपजाऊ होती है।
(iii) जलोढ़ मृदा पोषक तत्वों से भरपूर होती है। अधिकतर जलोढ़ मृदा मृदाएँ पोटाश ,फास्फोरस और चूनायुक्त होती है। जो इनको गन्ने, चावल, गेहूँ और अन्य अनाजों और दलहन फसलों की खेती के लिए उपयुक्त बनाती है। अधिक उपजाऊपन के कारण जलोढ़ मृदा वाले क्षेत्रों में गहन कृषि की जाती है।