मानव को एक छोटा व्यवसाय करने के लिए ऋण की जरूरत है। मानव किस आधार पर यह निश्चित करेगा कि उसे यह ऋण बैंक से लेना चाहिए या साहूकार से? चर्चा कीजिए।
(i) मानव सर्वप्रथम ऋण देने वाले दोनों स्रोतों की ब्याज दर की तुलना करेगा । वह उसी से ऋण लेगा जिसकी प्रतिमाह, प्रति सैकड़ा ब्याज दर कम हैं।
(ii) मानव उसी एजेंसी या संस्था से कर्जा लेगा जो कम-से कम कागजी कार्यवाही करे और उधर शर्तों पर ही ऋण देने के लिए तैयार हो।
(iii) भुगतान की विधि अर्थात किस्त के आकार, आवृत्ति (मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक) या कुछ अवधि के अंत में पूर्ण पुनर्भुगतान अर्थात् दो साल, तीन वर्ष और इसी तरह। इसके अलावा एकत्रित की गई जानकारी के गहन विश्लेषण के बाद उसकी खुद की पुनर्भुगतान करने की क्षमता।



