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मुद्रा और साख

Question
CBSEHHISSH10018417

मानव को एक छोटा व्यवसाय करने के लिए ऋण की जरूरत है। मानव किस आधार पर यह निश्चित करेगा कि उसे यह ऋण बैंक से लेना चाहिए या साहूकार से? चर्चा कीजिए।

Solution

(i) मानव सर्वप्रथम ऋण देने वाले दोनों स्रोतों की ब्याज दर की तुलना करेगा । वह उसी से ऋण लेगा जिसकी प्रतिमाह, प्रति सैकड़ा ब्याज दर कम हैं।  
(ii) मानव उसी एजेंसी या संस्था से कर्जा लेगा जो कम-से कम कागजी कार्यवाही करे और उधर शर्तों पर ही ऋण देने के लिए तैयार हो। 
(iii) भुगतान की विधि अर्थात किस्त के आकार, आवृत्ति (मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक) या कुछ अवधि के अंत में पूर्ण पुनर्भुगतान अर्थात् दो साल, तीन वर्ष और इसी तरह। इसके अलावा एकत्रित की गई जानकारी के गहन विश्लेषण के बाद उसकी खुद की पुनर्भुगतान करने की क्षमता।

Some More Questions From मुद्रा और साख Chapter

भारत में 80% किसान छोटे किसान हैं, जिन्हें खेती करने के लिए ऋण की जरूरत होती है।

(क)  बैंक छोटे किसानों को ऋण देने से क्यों हिचकिचा सकते हैं?

(ख)  वे दूसरे स्रोत कौन हैं, जिनसे छोटे किसान कर्ज ले सकते हैं।

(ग) उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए कि किस तरह ऋण की शर्तें छोटे किसानों के प्रतिकूल हो सकती हैं।

(घ) सुझाव दीजिए कि किस तरह छोटे किसानों को सस्ता ऋण उपलब्ध कराया जा सकता है।





.................. परिवारों की ऋण की अधिकांश जरूरतें अनौपचारिक स्रोतों से पूरी होती हैं।

.............  ऋण की लागत ऋण का बोझ बढ़ाती है।

............... केंद्रीय सरकार की ओर से करेंसी नोट जारी करता है। 

बैंक .................पर देने वाले ब्याज से ऋण पर अधिक ब्याज लेते हैं।

.................. सम्पत्ति है जिसका मालिक कर्जदार होता है जिसे वह ऋण लेने के लिए गारंटी के रूप में इस्तेमाल करता है, जब ऋण चुकता नहीं हो जाता।

स्वयं सहायता समूह में बचत और ऋण संबंधित अधिकतर निर्णय लिये जाते हैं

ऋण के औपचारिक स्रोतों में शामिल नहीं है

हमें भारत में ऋण के औपचारिक स्रोतों को बढ़ाने की क्यों जरूरत है?

गरीबों के लिए स्वयं सहायता समूहों के संगठनों के पीछे मूल विचार क्या है? अपने शब्दों में व्याख्या कीजिए।