भारत में कोयले के वितरण का वर्णन कीजिए।
(i) भारत में कोयले दो मुख्य भू-गर्भीय युगों के शैल क्रम में पाया जाता है, एक गोंडवाना निक्षेप जिसकी आयु 200 लाख वर्ष से अधिक है और दूसरा टरशियरी निक्षेप जो लगभग 55 लाख वर्ष पुराने है।
(ii) गोंडवाना कोयला, जो धातु शोधन कोयला हैं, के प्रमुख संसाधन दामोदर घाटी, झरिया, रानीगंज, बोकारो में स्थित है ये महत्वपूर्ण कोयला क्षेत्र है।
(iii) गोदावरी, महानदी, सोना और वर्धा नदी घाटियों में भी इस प्रकार के कोयले के जमाव पाये जाते है।
(iv) टरशरी कोयला के निक्षेप उत्तर-पूर्वी राज्यों मेघालय, असम, अरुणांचल प्रदेश और नागालैंड में पाए जाते है।
(v) कोयला शूल प्रदार्थ है जिसका प्रयोग करने पर इसका भार घटता है क्योंकि यह राख में परिवर्तित हो जाता है।



