यदि प्लैज़्मा झिल्ली फट जाए अथवा टूट जाए तो क्या होगा?
प्लाज्मा झिल्ली या कोशिका कला प्रोटीन्स तथा लिपिड्स से बानी सजीव वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली होती है। यह कोशिका को निश्चित आकार में बनाए रखती है। इसमें पुनरुदभवन ( regeneration ) की क्षमता होती है। अत: यह टूट-फूट से होने वाली क्षति से कोशिका को बचाती है। फटने या टूटने पर इसका पुन: निर्माण हो जाता है।