पौधा-घर प्रभाव का अपने शब्दों में वर्णन कीजिए?
सूर्य की किरणें वायुमंडल से गुजरने के पश्चात पृथ्वी की सतह को गरम करती हैं। पृथ्वी पर पड़ने वाले सूर्य के विकिरणों का कुछ भाग पृथ्वी अवशोषित क्र लेती है और कुछ भाग परावर्तित होकर वापस अंतरिक्ष में लौट जाता है। परावर्तित विकिरणों का कुछ भाग वायुमंडल में रुका हुआ विकिरण पृथ्वी को और गरम करता है। सूर्य की ऊष्मा पौधा-घर में प्रवेश तो कर जाती है पर इससे बाहर नहीं निकल पाती। यही रुकी हुई ऊष्मा पौधा-घर को गरम करती है। पृथ्वी के वायुमंडल द्वारा रोके गए विकिरण यही कार्य करते हैं। यही कारण है कि उसे पौधा-घर प्रभाव कहा जाता है।इस प्रभाव के लिए उत्तरदायी गैसों में से CO2 भी एक है।
मेथेन, नाइट्रस ऑक्साइड तथा जलवाष्प जैसी अन्य गैसें भी इस प्रभाव में योगदान करती हैं। CO2 कि भांति इन्हें भी पौधा-घर गैसें कहते हैं।