इस प्रकार हम यह कह सकते है कि गर्भस्थ में शिशु में लिंग निर्धारण के लिए पिता के लिंग गुणसूत्र हैं।
बाईं से दाईं की ओर
3. एड्रिनल ग्रंथि से स्रावित हार्मोन
4. मेंढ़क में लारवा से वयस्क तक होने वाला परिवर्तन
5. अंत:स्त्रावी ग्रंथियों द्वारा स्रावित पदार्थ
6.किशोरावस्था को कहा जाता है
ऊपर से नीचे की ओर
1. अंत:स्त्रावी ग्रंथियों का दूसरा नाम
2. स्वर पैदा करने वाला अंग
3. स्त्री हार्मोन
