''शाही केंद्र'' शब्द शहर के जिस भाग के लिए प्रयोग किए गए हैं क्या वे उस भाग का सही वर्णन करते हैं।
- पुरातत्वविदों को विजय नगर की खुदाई के दौरान विभिन्न प्रकार के अवशेष मिले। शहर के केंद्र में कुछ 52 बड़े भव्य तथा अन्य स्थानों की तुलना में अधिक सुरक्षात्मक ढंग से बनाए गए थे। इनकी बनावट को देखकर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि किसी स्थल से विजयनगर साम्राज्य का प्रशासन चलता था इसलिए पुरातत्वविदों ने इसे शाही या राजकीय केंद्र कहां है।
- इस क्षेत्र में शासक का आवास, 60 से अधिक मंदिर तथा बड़े-बड़े सभा स्थल है। शहर के इसी हिस्से में 'महानवमी डिब्बा' जैसे भव्य चबूतरा हैं जहाँ शासक अपनी भव्यता, शक्ति का प्रदर्शन करते थे। इस तरह के शासकों का आयोजन स्थल भी यही स्वीकारा जाता है। विभिन्न मंडपों से आंगन भी यहाँ है। शासक द्वारा सलाहकारों की सभा का आयोजन जिस कमल महल में होता है क्षेत्र में है।
- शाही केंद्र में हजार राम मंदिर जैसा दर्शनीय भव्य स्थल हैं जिसके बारे में कहा जाता है कि यह मंदिर केवल शाही परिवार के सदस्यों के लिए था। यह क्षेत्र राज्य के बीच में था। विजयनगर शहर सात दुर्गों की दीवारों के अंदर था तो केवल यही क्षेत्र सातवें दुर्ग में था इस केंद्र के बाहर राज्य के सबसे अधिक शक्तिशाली मानी जाने वाली सेना (अर्थात् हाथी सेना) का अस्तबल भी यही था।
- इस तरह के विभिन्न पक्षों को देखने के उपरांत तथा भवनों के अवशेषों के मूल्यांकन से स्पष्ट है कि यह शाही केंद्र था। इस बारे में जो वर्णन जिस तरह दिया गया हैं वह सही अर्थों में इसकी पुष्टि करता हैं।



