पूरकों को परिभाषित कीजिए। ऐसी दो वस्तुओं के उदाहरण दीजिए, जो एक-दूसरे के पूरक हैं।
पूरक वस्तुएँ वे होती हैं जिनका प्रयोग किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए साथ-साथ किया जाता है। इनमें एक वस्तु की माँग तथा दूसरी वस्तु की कीमत में ऋणात्मक संबंध होता है अर्थात् एक वस्तु की कीमत में वृद्धि होने पर दूसरी वस्तु की माँग कम हो जाती है अथवा विपरीत।
उदाहरण के लिए: चाय और चीनी, जूते तथा जुराबे, पेन और स्याही।