‘फिराक’ की रुबाइयों में उभरे घरेलू जीवन के बिंबों का सौंदर्य स्पष्ट कीजिए।
‘आँगन में लिए चाँद के टुकड़े को खड़ी माँ’ का बिंब-बच्चे को गोद में लिए हुए माँ का बिंब। बच्चा चाँद का टुकड़ा है।
‘नन्हीं बालिका का नन्हें भाई की कलाई पर राखी बाँधना’-एक सजीव दृश्य बिंब है।
‘बच्चे के घरौंदे में दीपक जलाने’ का बिंब-दृश्य बिंब है।