‘बादल राग’ कविता में ‘ऐ विप्लव के वीर’ किसे कहा गया है और क्यों?
‘ऐ विप्लव के वीर’ क्रांति के बादल को कहा गया है। विप्लव से तात्पर्य क्रांति से है। जब क्रांति आती है तो उसका सबसे अधिक लाभ छोटे लोगों (किसान-मजदूरों-शोषित वर्ग) को ही मिलता है। शोषक वर्ग तो विप्लव अर्थात् क्रांति आने की संभावना से ही बुरी तरह घबरा जाता है। शोषित वर्ग जब क्रांति आने की आवाज (आहट) सुनता है तो उसके चेहरे पर प्रसन्नता की लहर दौड़ जाती है। क्रांति में यह वर्ग शोभा प्राप्त करता है।