‘रोमांचित शरीर का संगीत’ का जीवन की लय से क्या संबंध है?
जब शरीर रोमांचित होता है तभी हृदय से संगीत के स्वर फूटते हैं। इससे जीवन की लय प्रकट होती है। जीवन का लयबद्ध होना आनंद की अनुभूति कराता है। इससे शरीर में रोमांच उत्पन्न होता है। तब हम अपने मन के अनुकूल कार्य कर पाएँगे। हमारा प्रत्येक अंग रोमांचित हो उठेगा। उसमें संगीत का जोश उत्पन्न होता प्रतीत होगा।