तुलसीदास - राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद

Question
CBSEENHN10002024

उन घटनाओं को याद करके लिखिए जब आपने अन्याय का प्रतिकार किया हो।

Solution

पहली घटना- मैं पिछले वर्ष से अपने स्कूल की हॉकी टीम में खेल रहा था। परसों जब शाम को मैं अभ्यास के लिए खेल के मैदान में पहुँचा तो खेल-कूद के इंचार्ज श्री गुप्ता के निकट एक अनजान लड़का हाँकी लिए हुए खड़ा था। मुझे देखते ही श्री गुप्ता ने कहा कि तुम्हारी जगह टीम में आज से यह लड़का खेलेगा। यह मेरा भतीजा है और इस स्कूल में इसने आज ही दाखिला लिया है। मैंने उनसे कहा कि पिछले वर्ष से मैं इस टीम का नियमित सदस्य हूँ और मेरा खेल भी अच्छा था। उन्होंने मुझे गुस्से से देखा और फिर कह दिया कि निर्णय का अधिकार उनका था कि कौन खेलेगा और कौन जाएगा। मैं चुपके से वहाँ से चला आया। मैं स्कूल के प्राचार्य के घर गया और उनसे बात की। उन्होंने मुझे समझाया और कहा कि वे स्कूल में श्री गुप्ता से बात कर मुझे बताएंगे। मैं नहीं जानता कि प्राचार्य महोदय की गुप्ता सर से क्या बात हुई पर सातवें पीरियड में स्कूल का चपड़ासी एक नोटिस लाया कि शाम को मुझे खेलने के लिए पहले की तरह ही पहुँचना था।

दूसरी घटना- मेरे घर के बाहर कुछ कच्चे क्रिकेट खेल रहे थे। मैं उन्हें खेलता हुआ देख रहा था। जैसे ही एक लड़के ने बॉल को हिट किया वह उछल कर खिड़की के शीशे से टकराई और शीशा टूट गया। बच्चों ने शीशा टूटता देखा और वहाँ से भागे। एक छोटा लड़का वहाँ खड़ा था। वह खेल नहीं रहा था, बस खेल देख रहा था। मेरा बड़ा भाई साइकिल पर कहीं बाहर से आ रहा था। उसने लड़कों को भागते और खिड़की के टूटे शीशे को देखा। उसने झपट कर उस छोटे लड़के को पकड़ लिया। इससे पहले कि वह उस पर हाथ उठा पाता, मैंने उसे ऐसा करने से रोका क्योंकि शीशा तोड़ने में लड़के का कोई हाथ नहीं था।

 

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लक्ष्मण ने वीर योद्धा की क्या-क्या विशेषताएँ बताई?

साहस और शक्ति के साथ विनम्रता हो तो बेहतर है। इस कथन पर अपने विचार लिखें।

भाव स्पष्ट कीजिये- 
बिहसि लखनु बोले मृदु बानी। अहो मुनीसु महाभट मानी।।
पुनि पुनि मोहि देखाव कुठारु। चहत उड़ावन फूँकि पहारू।।

भाव स्पष्ट कीजिये- 
इहाँ कुम्हड़बतिआ कोउ नाहीं। जे तरजनी देखि मरि जाहीं।।
देखि कुठारु सरासन बाना। मैं कछु कहा सहित अभिमाना।।

भाव स्पष्ट कीजिये-
गाधिसू नु कह ह्रदय हसि मुनिहि हरियरे सूझ   
अयमय खाँड़ न ऊखमय अजहुँ न बूझ अबूझ ।

पाठ के आधार पर तुलसी के भाषा सौंदर्य पर दस पंक्तियाँ लिखिए।

इस पूरे प्रसंग में व्यंग्य का अनूठा सौंदर्य है। उदाहरण के साथ स्पष्ट कीजिए।

निम्नलिखित पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार पहचान कर लिखिए-
बालकु बोलि बधौं नहि तोही।

निम्नलिखित पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार पहचान कर लिखिए-
कोटि कुलिस सम बचनु तुम्हारा।

निम्नलिखित पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार पहचान कर लिखिए-
तुम्ह तौ कालु हाँक जनु लावा।
बार-बार मोहि लागि बोलावा।