Question
आपके विद्यालय में मनाए जाने वाले सांस्कृतिक समारोह में मंच के पीछे काम करने वाले सहयोगियों की भूमिका पर एक अनुच्छेद लिखिए।
Solution
मेरे विद्यालय में मनाए जाने वाले किसी भी सांस्कृतिक समारोह में जितना महत्व मंच पर कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले कलाकारों और उद्घोषकों का होता है उतना या उससे भी अधिक महत्त्व मंच के पीछे काम करने वालों का होता है। जिस प्रकार नींव के बिना कोई भवन खड़ा नहीं हो सकता उसी प्रकार मंच के पीछे काम करने वाले सहयोगियों के बिना कोई सांस्कृतिक समारोह हो ही नहीं सकता। संगीत और नृत्य कार्यक्रमों में संगतकार मंच के पीछे से संगीत की प्रस्तुति कर कार्यक्रम को जीवंत बनाते हैं। प्रकाश की अनुकूल और प्रभावी व्यवस्था मंच के पीछे काम करने वाले ही करते हैं। वे ही मंच पर प्रकाश की उचित व्यवस्था से किसी कार्यक्रम में जान डाल देते हैं। मंच की साज-सज्जा का दर्शक के मन पर कार्यक्रम आरंभ होने से पहले ही जो स्थाई प्रभाव पड़ता है उसका सीधा संबंध कार्यक्रम की प्रस्तुति पर होता है। इसलिए मंच सज्जाकार का विशिष्ट महत्त्व है। ध्वनि व्यवस्था करने वाले इलैक्ट्रीशियन का महत्व तो असंदिग्ध रूप से महत्त्वपूर्ण है। बिना उचित ध्वनि के कार्यक्रम संभव ही नहीं। पावर कट की स्थिति में जैनरेटर चलाने वाले की उपयोगिता अपने आप ही दिखाई दे जाती है। किसी नृत्य-कार्यक्रम में मंच के पीछे से भूमिका बांधने वाले और गायन प्रस्तुत करने वाले सहयोगी की आवश्यकता तो सदा रहती ही है।