Question
कभी-कभी तारसप्तक की ऊँचाई पर पहुँचकर मुख्य गायक का स्वर बिखरता नज़र आता है उस समय संगतकार उसे बिखरने से बचा लेता है। इस कथन के आलोक में संगतकार की विशेष भूमिका को स्पष्ट कीजिए।
Solution
जब कभी तारसप्तक की ऊँचाई पर पहुँच कर मुख्य गायक का स्वर बिखरता नज़र आता है तब संगतकार उसके साथ स्वर मिलाकर उसे अहसास करा देता है कि वह अकेला नहीं है। वह पहले भी तारसप्तक की ऊँचाई पर कई बार पहुँचा था और अब फिर पहुँच सकता है। पहले गाया गया राग फिर गाया जा सकता है। संगतकार उसे सांत्वना देता है और उसके आत्मिक बल को बढ़ाने में सहायता देता है।