Question
निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिये:
बादल, गरजो! -
घेर घेर घोर गगन, धाराधर ओ!
ललित ललित, काले घुँघराले,
बाल कल्पना के-से पाले,
विद्युत्-छबि उर में, कवि, नवजीवन वाले!
वज्र छिपा, नूतन कविता
फिर भर दो -
बाद, गरजो!
विकल विकल, उन्मन थे उन्मन
विश्व के निदाघ के सकल जन,
आए अज्ञात दिशा से अनंत के धन!
तप्त धरा, जल से फिर
शीतल कर दो -
बादल, गरजो!
अवतरण का भाव स्पष्ट कीजिए।
Solution
कवि ने बादलों को मानव जीवन को हरा-भरा बनाने वाले माना है। इसी से सारे प्राणी जीवन में सुख प्राप्त करते हैं। बादल एक तरफ पीड़ित-प्यासे लोगों की उम्मीदों को पूरा करते हैं तो दूसरी तरफ नई कल्पना और नए अंकुर के लिए विध्वंस, विप्लव और क्रांति-चेतना को संभव करते हैं।