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बाल महाभारत

Question
CBSEENHN7000279

महाभारत के युद्ध में दोनों पक्षों को बहुत हानि पहुँची। इस युद्ध को ध्यान में रखते हुए युद्धों के कारणों और परिणामों के बारे में कुछ पंक्तियाँ लिखो। शुरूआत हम कर देते हैं –

(1) युद्ध में दोनों पक्षों के असंख्य सैनिक मारे जाते हैं।

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(4) ………………………………………

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Solution

(1) युद्ध में दोनों पक्षों के असंख्य सैनिक मारे जाते हैं।

(2) युद्ध में हमारी बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है।

(3) केवल अपने स्वार्थ के विषय में सोचकर युद्ध का फैसला लिया जाता है।

(4) युद्ध में प्रतिशोध की भावना प्रबल होती है।

(5) युद्ध से केवल विनाश होता है।

(6) युद्ध में जीत केवल एक व्यक्ति की होती है। परन्तु हार दोनों पक्षों की होती है।

(7) युद्ध में केवल स्वजीत की भावना रह जाती है।

Some More Questions From बाल महाभारत Chapter

तुम्हारे विचार से महाभारत की कथा में सबसे अधिक वीर कौन था/थी? अपने उत्तर का कारण भी बताओ।

महाभारत के कुछ पात्रों द्वारा कही गई बातें नीचे दी गई हैं। इन बातों को पढ़कर उन पात्रों के बारे में तुम्हारे मन में क्या विचार आते हैं-

(क) शांतनु ने केवटराज से कहा- “जो माँगोगे दूँगा, यदि वह मेरे लिए अनुचित न हो।”

(ख) दुर्योधन ने कहा- “अगर बराबरी की बात है, तो मैं आज ही कर्ण को अंगदेश का राजा बनाता हूँ।”

(ग) धृतराष्ट्र ने दुर्योधन से कहा-“बेटा, मैं तूम्हारी भलाई के लिए कहता हूँ कि पाँडवों से वैर न करो। वैर दुख और मृत्यु का कारण होता है।”

(घ) द्रोपदी ने सारथी प्रातिकामी से कहा-“रथवान! जाकर उन हारने वाले जुए के खिलाड़ी से पूछो कि पहले वह अपने को हारे थे या मुझे?”

युधिष्ठिर ने आचार्य द्रोण से कहा-“अश्वत्थामा मारा गया, मनुष्य नहीं, हाथी।” युधिष्ठिर सच बोलने के लिए प्रसिद्ध थे। तुम्हारे विचार से उन्होंने द्रोण से सच कहा था या झूठ? अपने उत्तर का कारण भी बताओ।

महाभारत के युद्ध में दोनों पक्षों को बहुत हानि पहुँची। इस युद्ध को ध्यान में रखते हुए युद्धों के कारणों और परिणामों के बारे में कुछ पंक्तियाँ लिखो। शुरूआत हम कर देते हैं –

(1) युद्ध में दोनों पक्षों के असंख्य सैनिक मारे जाते हैं।

(2) ………………………………………

(3) ………………………………………

(4) ………………………………………

(5) ………………………………………

(6) ………………………………………

(क) द्रोपदी के पास एक ‘अक्षयपात्र’ था, जिसका भोजन समाप्त नहीं होता था। अगर तुम्हारे पास ऐसा ही एक पात्र हो, तो तुम क्या करोगे?

(ख) यदि ऐसा कोई पात्र तुम्हारे स्थान पर तुम्हारे मित्र के पास हो, तो तुम क्या करोगे?

नीचे लिखे वाक्यों को पढ़ो। सोचकर लिखो कि जिन शब्दों के नीचे रेखा खींची गई है, उनके अर्थ क्या हो सकते हैं?

(क) गंगा के चले जाने से शांतनु का मन विरक्त हो गया।

(ख) द्रोणाचार्य ने द्रुपद से कहा-“जब तुम राजा बन गए, तो ऐश्वर्य के मद में आकर तुम मुझे भूल गए।”

(ग) दुर्योधन ने धृतराष्ट्र से कहा-“पिता जी, पुरवासी तरह-तरह की बातें करते हैं।”

(घ) स्वयंवर मंडप में एक वृहदाकार धनुष रखा हुआ है।

(ङ) चौसर का खेल कोई हमने तो ईजाद किया नहीं।

महाभारत कथा में तुम्हें जो कोई प्रसंग बहुत अच्छा लगा हो, उसके बारे में लिखो। यह भी बताओ कि वह प्रसंग तुम्हें अच्छा क्यों लगा?

तुमने पुस्तक में पढ़ा कि महाभारत कथा कंठस्थ करके सुनाई जाती रही है। कंठस्थ कराने की क्रिया उस समय इतनी महत्वपूर्ण क्यों रही होगी? तुम्हारी समझ से आज के ज़माने में कंठस्थ करने की आदत कितनी उचित है?