मोर के बोलने पर कवि को लगा जैसे किसी ने कहा हो-‘सुनते हो’। नीचे दिए गए पक्षियों की बोली सुनकर उन्हें भी एक या दो शब्दों में बाँधिए-
कबूतर
कौआ
मैना
तोता
चील
हंस
कबूतर – खत ले लो
मैना – गाते हो
चील – देखते हो
कौआ – मेहमान आएँगे
तोता – पढते हो
हंस − शांत स्वच्छ रहो