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रीढ़ की हड्डी

Question
CBSEENHN9001193

रामस्वरूप और रामगोपाल प्रसाद बात-बात पर 'एक हमारा जमाना था .... ' कहकर अपने समय की तुलना वर्तमान समय से करते हैं । इस प्रकार की तुलना कहाँ तक तर्कसंगत है?

Solution

इस तरह की तुलना करना बिल्कुल तर्कसंगत नहीं होता यह मनुष्य का स्वाभाविक गुण है कि वह अपने बीते हुए समय को याद करता है, तथा उसे ही सही ठहराता है। समय के साथ समाज में, जलवायु में, खान-पान में सब में परिवर्तन होता रहता है। हर समय परिस्थितियां एक सी नही होतीं हैं। हर ज़माने की अपनी स्थितियाँ होती हैं, जमाना बदलता है तो कुछ कमियों के साथ सुधार भी आते हैं।

Some More Questions From रीढ़ की हड्डी Chapter

गोपाल प्रसाद विवाह को 'बिजनेस' मानते हैं और रामस्वरूप अपनी बेटी की उच्च शिक्षा छिपाते हैं क्या आप मानते हैं कि दोनों ही समान रूप से अपराधी हैं? अपने विचार लिखिए।

'...आपके लाड़ले बेटे के की रीढ़ की हड्डी भी है या नहीं ....'उमा इस कथन के माध्यम से शंकर की किन कमियों की ओर संकेत करना चाहती  है?

शंकर जैसे लड़के या उमा जैसी लड़की - समाज को कैसे व्यक्तित्व की जरूरत है? तर्क सहित उत्तर दीजिए।

'रीढ़ की हड्डी' शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए ।

कथा वस्तु के आधार पर आप किसे एकांकी का मुख्य पात्र मानते हैं और क्यों?

एकांकी के आधार पर रामस्वरूप और गोपाल प्रसाद की चारित्रिक विशेषताएँ बताइए ।

इस एकांकी का क्या उद्देश्य है? लिखिए।

समाज में महिलाओं को उचित गरिमा दिलाने हेतु आप कौन-कौन से प्रयास कर सकते हैं?