Question
(ग) निम्मलिखित का आश्य स्पष्ट कीजिए-
उन पत्रों को देख-देखकर दिल्ली और शिमला में बैठे वाइसराय लंबी साँस-उसाँस लेते रहते थे।
Solution
आशय-प्रस्तुत पंक्ति का यह आशय है कि महादेव भाई द्वारा लिखे लेख तथा टिप्पणियाँ पत्र अद्भुत होते थे। भारत में उनके अक्षरों का कोई सानी नही था। उनका शब्द चयन अनूठा था। वे इतनी शुद्ध और सुन्दर भाषा में पत्र लिखते थे कि देखने वालों के मुँह से ‘वाह’ निकल जाती थी। गाँधी जी के पत्रों का लेखन महदेव जी करते थे। वे पत्र जब शिमला में बैठे वाइसराय के पास जाते थे तो वे उनकी सुन्दर लिखावट देखकर दंग रह जाते थे और लंबी-लंबी साँस लेने लगते क्योंकि सारी ब्रिटिश सर्विस में महादेव के समान अक्षर लिखने वाला कहीं खोजने पर भी नहीं मिलता था।