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तुम कब आओगे अतिथि - शरद जोशी

Question
CBSEENHN9000517

(ख) निन्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए:
कौन सा आघात अप्रत्याशित था और उसका लेखक पर क्या प्रभाव पड़ा।

Solution
मेहमानों को बिना बुलाए घर चले आने का आघात अप्रत्याशित था तथा उनके घर में रहकर नई-नई फरमाइशें करना उससे भी अधिक मार्मिक चोट थी। अचानक कह देना कि वह धोबी को कपड़े धोने के लिए देना चाहते है; लेखक की समीपता की बेल को रबर की भांति खींच देता है। तब उन्हें लगता है। अतिथि सदैव देवता नहीं होते। अच्छा अतिथि वही होता है जो सूचना देकर आए और निर्धारित लौट जाए। जैसा आदर-सत्कार हो उसे स्वीकार करे तथा मेजबान को यह सोचने पर विवश न करे कि! तुम कब जाओगे।

Some More Questions From तुम कब आओगे अतिथि - शरद जोशी Chapter

 पति-पत्नी ने मेहमान का स्वागत कैसे किया?

दोपहर के भोजन को कौन-सी गरिमा प्रदान की गई?

तीसरे दिन सुबह अतिथि ने क्या कहा?

सत्कार की उष्मा समाप्त होने पर क्या हुआ?

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
लेखक अतिथि को कैसी विदाई देना चाहता था?

(क) निन्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए:
 अंदर ही अंदर कहीं मेरा बटुआाँ काँप गया।

(क) निन्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए:
अतिथि सदैव देवता नहीं होता, वह मानव और थोड़े अंशों में राक्षस भी हो सकता है।

(क) निन्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए:
लोग दूसरे के होम की स्वीटनेस को काटने न दौड़े।

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए:
मेरी सहनशीलता की वह अंतिम सुबह होगी।

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए:
एक देवता और एक मनुष्य अधिक देर साथ नहीं रहते।