Question
निम्नलिखित दोहों को पढ़कर पूछे गए प्रशनों के जवाब दीजिये ।
दीरघ दोहा अरथ के, आखर थोरे आहिं।
ज्यों रहीम नट कुंडली, सिमिटि कूदि चढ़ि जाहिं।।
‘सिमिटि कूद चढ़ि जाहि’ से कवि क्या कहना चाहता है-
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सिमटकर कूदकर चढ़ जाना
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सिकोड़कर चढ़ना
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ऊँची कूद के समान
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थोड़े में बहुत कह देना
Solution
D.
थोड़े में बहुत कह देना