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दोहे - रहीम

Question
CBSEENHN9000732

निम्नलिखित दोहों को पढ़कर पूछे प्रशनों के उत्तर दीजिए 
रहिमन निज मन की बिथा, मन ही राखो गोय। 
सुनि अठिलैहैं लोग सब, बॉंटि न लैहैं कोय।

अठिलैहैं का अर्थ है-
  • हॅंसौ-ठठा करना 
  • मजाक उड़ाना
  • बातें बनाना
  • धीरे से कहना

Solution

B.

मजाक उड़ाना

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निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
सुनि अठिलैहैं लोग सब, बाँटि न लैहैं कोय।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
रहिमन मूलहिं सींचिबो, फूलै फलै अघाय।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
दीरघ दोहा अरथ के, आखर थोरे आहिं।