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दोहे - रहीम

Question
CBSEENHN9000725

निम्नलिखित दोहों को पढ़कर गए पूछे प्रशनों के उत्तर दीजिए
रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो चटकाय।
टूटे से फिर ना मिले, मिले गाँठ परि जाय।।

प्रेम रूपी धागा तोड़ने का क्या परिणाम होता है?
  • अखडं एवं निश्चल नहीं रहता
  • गाँठ पड़ जाती है।
  • मन में ग्रन्थि रह जाती है
  • अखडं ही अच्छा रहता है

Solution

A.

अखडं एवं निश्चल नहीं रहता

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टूटे से फिर ना मिले, मिले गाँठ परि जाय।

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